featured दुनिया देश

ओमिक्रॉन: अब SINGAPORE ने भी कही वही बात, ओमिक्रॉन से सच में डरने की जरूरत !

corona virus istock 1002462 1624879530 ओमिक्रॉन: अब SINGAPORE ने भी कही वही बात, ओमिक्रॉन से सच में डरने की जरूरत !

अगर आप ने कोरोना नियमों का पालन करना छोड़ दिया है तो ऐसी गलती बिल्कुल भी ना करें। आप अभी से मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों को सेनेटाइज करना शुरू कर दीजिए।

भारत में ओमिक्रॉन के मरीजों की बढ़ी संख्या

भारत में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या में बीते रविवार को अचानक 17 का इजाफा हुआ और पांच से बढ़कर इसके मरीजों की संख्या 21 हो गई। ओमिक्रॉन कितना खतरनाक है और कितना नहीं, इस पर अभी तरह-तरह के शोधकार्य चल रहे हैं, मगर इस बीच सिंगापुर ने इसे लेकर जो बात कही है, वह सच में डराने वाला है।

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय की चेतावनी

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रॉन से पुनः संक्रमण का जोखिम अपेक्षाकृत अधिक है और यह डेल्टा और बीटा वेरिएंट के मुकाबले कहीं अधिक घातक हो सकता है। यहां डरने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि बीते दिनों दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य संगठनों ने भी एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी और कहा था कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से दोबारा संक्रमण का खतरा डेल्टा या बीटा वेरिएंट के मुकाबले तीन गुणा अधिक है।

यह भी पढ़े

कम बजट में हनीमून के लिए ये परफेक्ट जगह, जहां जाकर कपल कर सकते एंजॉय

डेल्टा, बीटा के मुकाबले ओमिक्रॉन अधिक संक्रामक

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि विश्व स्तर पर शुरुआती क्लीनिकल निरीक्षण बताते हैं कि कोविड-19 का ‘ओमिक्रॉन’ स्वरूप इसके अन्य स्वरूपों ‘डेल्टा’ और ‘बीटा’ के मुकाबले कहीं अधिक संक्रामक हो सकता है तथा इससे पुनरू संक्रमण का जोखिम भी अधिक हो सकता है। ‘चैनल न्यूज एशिया’ ने मंत्रालय के हवाले से रविवार को अपनी खबर में कहा, ‘इसका अर्थ यह है कि कोविड-19 से उबर चुके लोगों के ओमिक्रॉन स्वरूप से पुनः पीड़ित होने का जोखिम अधिक है।

वैकसीनेट लोगों को भी जकड़ रहा ओमिक्रॉन

शहर में रविवार को एक और व्यक्ति के ओमिक्रॉन से पीड़ित होने की शुरुआती पुष्टि हुई। जो व्यक्ति वायरस के इस स्वरूप से संभवतः पीड़ित पाया गया है। वह एक दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका से यहां आया और वह उसी विमान में सवार था। जिसमें दो अन्य रोगी भी थे। इस रोगी का टीकाकरण भी हो चुका था। रविवार को सिंगापुर में कोविड-19 के 552 नए मामले सामने आए तथा 13 रोगियों की मौत हुई।

राहत यही कि कोविड-19 टीके प्रभावी

मंत्रालय ने कहा कि बीते कई दिनों में उसने दक्षिण अफ्रीका तथा अन्य देशों की खबरें देखीं और सूचना एकत्रित करने के लिए प्रभावित देशों में विशेषज्ञों से सक्रिय संवाद किया। चैनल ने मंत्रालय के हवाले से कहा, ‘वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ कोविड-19 टीके प्रभावी हैं या नहीं इस बारे में अध्ययन चल रहे हैं । लेकिन दुनिया भर के वैज्ञानिक ऐसा मान रहे हैं कि कोविड-19 रोधी वर्तमान टीके ओमिक्रॉन स्वरूप पर भी काम करेंगे और लोगों को गंभीर रूप से बीमार होने से बचाएंगे।‘ मंत्रालय ने पात्र लोगों से टीकाकरण करवाने या बूस्टर डोज लगवाने का अनुरोध करते हुए कहा कि वैज्ञानिक इस बात पर दृढ़ता से सहमत हैं कि ऐसा करने से वायरस के किसी भी वर्तमान स्वरूप या भविष्य के किसी भी अन्य स्वरूप से रक्षा हो सकेगी।

दक्षिण अफ्रीका ने यह कहा था !

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर दक्षिण अफ्रीका की स्टडी में कहा गया कि कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट से दोबारा संक्रमण का खतरा डेल्टा या बीटा वेरिएंट के मुकाबले तीन गुणा अधिक है। यानी जो लोग कोविड-19 से पहले संक्रमित हो चुके हैं, उनके भी फिर से इंफेक्ट होने का खतरा है।

गौरतलब है कि इस स्टडी को दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य संगठनों के एक समूह ने प्रकाशित किया है। ओमीक्रोन पर भारत समेत पूरी दुनिया में बढ़ते खतरे के बीच अमेरिका से अच्छी। खबर आई है। अमेरिका के शीर्ष चिकित्सा अधिकारी डॉक्टीर एंथनी फाउची ने कहा है कि शुरुआती संकेत बताते हैं कि यह संभवतः वायरस के डेल्टा स्वरूप से कम खतरनाक है।

 

Related posts

पश्चिमी इंडोनेशिया में भूकंप के झटके, चेतावनी  जारी

Trinath Mishra

LIVE: राजस्थान में 3बजे तक 59% मतदान

Rani Naqvi

अमेरिका में तेजी से फैल रहा है जीका वायरस

bharatkhabar