फ़ैज़ाबाद। अयोध्या रामनगरी में प्रशासनिक व्यवस्था सुधारने और अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन ने मुहिम छेड़ी थी। इस मुहिम के अन्तर्गत अतिक्रमण तो हट नहीं पाया बल्कि नालियों पर लगी हुई जालियां भी हटा दी गई। बता दें कि इस वक्त अयोध्या में राम नवमी के त्योहार की तैयारियां चल रही हैं और भारी मात्रा में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं।
इसके साथ ही अब अयोध्या में श्रद्धालुओं के नाले में गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं और श्रद्धालु नाले में गिर रहे हैं जिसका एक ताजा वीडियो सामने आया है। जिसमें एक महिला श्रद्धालु खुले नाले में गिर गई है और पुलिस प्रशासन के लोग तमाशगीर बनकर सिर्फ तमाशा देख रहे हैं। पुलिस नाले में गिरी महिला को उठान की जहमत नहीं करते और खड़े होकर सिर्फ तमाशा देखते हैं। इससे पता चलता है कि जिला प्रशासन कितना लापरवाह है कि लोगों की जान की परवाह तक नहीं कर रहा है। लोग नाले में गिर रहे हैं और जिला प्रशासन इसकी खबर तक नहीं ले रहा।
जबकि ये घटना अयोध्या के सुप्रसिद्ध हनुमागढ़ी बैरियर के पास हुई है। जहां पर पुलिस का एक बूथ भी होता है। लेकिन सीओ अयोध्या के पास यहां पर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। वो सिर्फ मंदिरों में जाकर साधु-संतों के बीच अपनी आमद दर्ज कराते दिखाई देते हैं। हाल यहां सीओ अयोध्या का ही नहीं बल्कि जिलाधिकारी महोदय और कप्तान साहब का भी है। अगर इस बात की चिंता इन प्रशासनिक अधिकारियों ने पहले ही की होती तो शायद इस तरह की अव्यवस्था का शिकार कोई नहीं होता। ये सभी अपनी गणित प्रदेश शासन में सेट करने के लिए कुछ साधु-संतों के दरबारी बने हुए हैं। सूत्रों की माने तो अयोध्या में सीएम योगी की यात्रा के दौरान कुछ साधु-संतों ने लगातार अपना वर्चश्व बनाया है। जिससे ये प्रशासनिक अधिकारी इन्ही की शरण में भजन गाते नजर आते हैं।