नई दिल्ली। बैंकों से 9000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर विदेश भाग चुके शराब करोबाारी विजय माल्या के लोन गारंटर के तौर पर पीलीभीत से एक किसान मनमोहन सिंह कानूनी झमेले में फंस गए हैं। खबर के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा ने किसान मनमोहन के खाते को सीज कर दिया है, हैरानी की बात यह है कि किसान का कहना है कि उन्होंने तो माल्या को सिर्फ टीवी और अखबारों में देखा है।
सिंह ने कहा कि वह माल्या या उनकी कंपनी के बारे में कुछ भी नहीं जानते। उन्होंने कहा, ‘माल्या और किंगफिशर को तो छोड़ें मैं कभी मुंबई या यहां तक की लखनऊ भी नहीं गया।’ किसान ने कहा कि उन्होंने दो साल पहले 4 लाख रुपए का ऋण लिया था जिसके लिए उन्होंने बैंक को अपनी जमीन के दस्तावेज सौंपे थे। किसान का कहना है कि उनके पास तो बस 14 बीघा जमीन है। माल्या को वह जानते तक नहीं, तो उनकी कंपनी का डायरेक्टर और लोन गैरेंटर कैसे बन सकते हैं। उनका कहना है कि बैंक मैनेजर से न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
पिछले साल सितंबर में नांद शाखा के प्रबंधक के पास मुंबई रीजन दफ्तर से मेल आया कि किसान मनमोहन सिंह माल्या के एक लोन में गारंटर हैं। उनका खाता सीज कर दिया जाए। मेल पर संज्ञान लेते हुए शाखा प्रबंधक ने किसान के दोनों खाते सीज कर दिए। हालांकि, किसान के एक खाते में 12 हजार और दूसरे खाते में 5 हजार रुपये जमा हैं। इससे पहले उनके किसी अकाउंट से बड़ा लेन-देन भी नहीं हुआ है।