लद्दाख में चीन सेना के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना के कर्नल समेत दो जवान शहीद हो गए थे ,. इसी के बाद आज भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान आया है जिसमे कहा गया हैं की यथास्थिति बदलने की चीन की एकतरफा कोशिश की वजह से हिंसक झड़प हुई है. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि नुकसान को टाला जा सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि तनाव घटाने के लिए बातचीत हो रही है. झड़प से दोनों पक्षों को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि चीन ने आपसी सहमति का सम्मान नहीं किया. हम शांति को प्रतिबद्ध हैं, लेकिन संप्रभुता बनाए रखेंगे.
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा की यदि चीन द्वारा जिम्मेदार -रवैया अपनाया होता तो दोनों देशो के सेनिको के बीच हुई झड़प नहीं होती . चीन द्वारा 15 जून रात को यथास्थिति में परिवर्तन करने का चीन प्रयास एकतरफ़ा होने के चलते ये तनाव की स्तिथि बनी व् झड़प हुई जिसके परिणाम स्वरूप दोनों देशो के सैन्य अधिकारी व् सैनिक मारे गए .
सन 1962 के बाद लदाख में ये पहला घटना हैं जब सैनिक शहीद हुए हैं. सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भारत द्वारा कभी भी पूर्व में चीन सेना को भी नुकसान नहीं पहुंचाया , अब भी यही बताया जा रहा है कि दोनों सेनाओं की ओर से रात में पीछे हटने की प्रक्रिया जारी थी लेकिन अब अचानक चीनी सैनिकों की ओर से हरकत की गई है जिसमें भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं.