featured देश राज्य

दस अप्रैल को भारत बंद, आयोजकों का नहीं कोई पता

4 3 दस अप्रैल को भारत बंद, आयोजकों का नहीं कोई पता

मेरठ। दो अप्रैल के भारत बंद का ऐलान तो दलित संगठनों ने किया था, लेकिन इसके जवाब में सोशल मीडिया पर सामान्य व ओबीसी जातियों की ओर से वायरल हो रहे दस अप्रैल के भारत बंद के आयोजक नहीं मिल पा रहे। पुलिस प्रशासन की जांच में भी अभी तक एक भी आयोजक का पता नहीं चल पाया। लोग बस बिना सोचे-समझे वाट्सअप, फेसबुक, ट्वीटर आदि सोशल साइटों पर दस अप्रैल के भारत बंद का मैसेज वायरल करने में लगे हैं। इससे पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं।

4 3 दस अप्रैल को भारत बंद, आयोजकों का नहीं कोई पता

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को आधार बनाकर दलित समाज के लोगों ने दो अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया था। दस दौरान एक दर्जन राज्यों में जमकर हिंसा और बवाल हुआ। इस बवाल में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की जान चली गई। दलितों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दलितों के अधिकार छीनने वाली कार्रवाई करार दिया। दलितों ने इसका प्रचार-प्रसार पूरी तरह से सोशल मीडिया के जरिए किया। इसका जवाब देने के लिए अब सामान्य और ओबीसी जातियों की ओर से भी दस अप्रैल के भारत बंद का आह्वान किया गया है।

वहीं सोशल मीडिया पर दस अप्रैल के भारत बंद का मैसेज लगातार वायरल हो रहा है। खुफिया एजेंसियों की तमाम कवायद के बाद भी पुलिस प्रशासन बंद के आयोजकों को खोजन में कामयाब नहीं हो पा रहा। इसमें इंटेलीजेंस ब्यूरो के साथ-साथ एलआईयू को भी लगाया गया है। मैसेज भेजने वाला केवल सामान्य व ओबीसी की ओर से ही मैसेज भेजा जा रहा है। इन मैसेज में दो अप्रैल को हुई हिंसा का जवाब देने को कहा जा रहा है। किसी मैसेज में जातीय स्वाभिमान जगाने की कोशिश हो रही है। सभी सवर्ण जातियों और ओबीसी को एकजुट होने को कहा जा रहा है।

साथ ही प्रशासन द्वारा बुलाई गई बैठक में सवर्ण और अन्य पिछड़ा वर्गों के विभिन्न संगठन दस अप्रैल के भारत बंद से अपना पल्ला झाड़ चुके हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी भारत बंद के आह्वान को अफवाह बता चुके हैं। इसके बाद भी पुलिस प्रशासन के स्तर पर किसी भी गड़बड़ी से निपटने की कोशिशों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती बरतने की बात कही जा रही है। रिजर्व में भी पुलिस बल तैयार कर दिया गया है।

वहीं एसपी सिटी मान सिंह चैहान ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। इसके लिए शहर में प्रेशर प्वाइंट बनाकर फोर्स को भी रिजर्व रखा गया है। इन में प्रेशर प्वाइंट में कंकरखेड़ा, शोभापुर, कचहरी अंबेडकर चैराहा, शोभापुर पुलिस चैकी, परतापुर, तिराहा, मलियाना, बेगमपुल, शेरगढ़ी, घंटाघर, हापुड़ अड्डा, गोलाबढ़ शामिल है। सोशल मीडिया पर सख्त निगाह रखी जा रही है। सभी ग्रुप एडमिन को अपने सदस्यों को भड़काउ मैसेज नहीं भेजने की चेतावनी जारी करने की हिदायत दी गई है।

इतना ही नहीं भारत बंद के साथ-साथ 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती का आयोजन भी पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आयोजकों की सूची भी तलब की है, लेकिन लोग इस आदेश का पालन करते नहीं नजर आ रहे। गांवों में लोग पुलिस से अनुमति लेने की औपचारिकता में नहीं पड़ना चाहते। ऐसे लोग भी पुलिस के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं।

Related posts

आखिरी टेस्ट मैंच से पहले एलिस्टेयर कुक ने अपने करियर को किया याद

mahesh yadav

Rajasthan Corona Update: राजस्थान में मिले 2890 नए कोरोना केस, 9 मरीजों ने गवाई जान

Rahul

हत्या करने से पहले एस शख्स को फोन कर निखिल हांडा ने बताई थी सारी बात

Rani Naqvi