नई दिल्ली। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत अफगानिस्तान का सबसे भरोसेमंद सहयोगी हैं इससे पाकिस्तान को खतरा हो सकता हैं। पेंटागन की रिपोर्ट की मानें तो तालिबान और हक्कानी नेटवर्क सहित अफगान स्थित उग्रवादी समूहों को पाकिस्तान सरकार में शामिल तत्वों के समर्थन से लाभ मिल रहा हैं।
पेंटागन ने अपनी पहली अफगान रिपोर्ट में अफगानिस्तानों के परिणामों को पाकिस्तान अपने राष्ट्रीय हित में देखता हैं और अपनी भारत केन्द्रीय क्षेत्रीय नीति के तहत लक्ष्यों पर कायम रहता हैं।
करीब 100 पन्नों की इस रिपोर्ट में पाकिस्तान को अफगानिस्तान की स्थिरता तथा युद्ध प्रभावित देश में मिशनों के नतीजों पर असर डालने वाला सर्वाधिक प्रभावशाली बाहरी कारक बताया गया हैं।
बताते चले कि भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती पर पाकिस्तान कई बार सार्वजनिक तौर पर आपत्ति जता चुका हैं पाकिस्तान न केवल भारत को अफगानिस्तान से दूर रखना चाहता हैं बल्कि अपनी भौगेलिक स्थिति के बहाने अफगानिस्तान की जुड़ी नीतियों में भी अपनी प्रांसगिकता बनाए रखना चाहता हैं।
अगर हाल की घटनाओं को देंखें तो पाकिस्तान की सभी कोशिशे नाकाम होती दिख रही हैं। पेंटागन ने अपनी अफगान रिपोर्ट में भारत का जिक्र करते हुए लिखा कि अफगानिस्तान के अधिकारियों और सुरक्षाबलों को भारत प्रशिक्षण दे रहा है हर साल करीब 130 अफगान अलग अलग तरह के सैन्य प्रशिक्षण और बाकी जरुरी ट्रेनिग्स के लिए भारत जाते हैं। अफगानिस्तान में हो रहे विकास कार्यों में भारत कई अहम परियोजनाओं में भारत ने अफगानिस्तान की काफी मदद की है मालूम हो कि बीते कई दशक भारत अफगानिस्तान में हो रहे विकास कार्यों का एक अहम भागीदार बना हुआ हैं।