नई दिल्ली। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने चार जजों द्वारा पिछले हफ्ते किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकाया है। सुप्रीम कोर्ट में एक हेल्थ कैंप का उद्घाटन करने के मौके पर जब पत्रकारों ने इस संबंध में सवाल पूछा तो वे चीफ जस्टिस मुस्कुराते हुए चले गए। उन्होंने यह जरूर कहा कि हम भी तनाव से गुजरते हैं, इसलिए चिकित्सीय परामर्श हमारे लिए भी जरूरी है।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में हेल्थ कैंप के दौरान चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने अपना ब्लड शुगर टेस्ट करवाया। दोनों का ब्लड शुगर लेवल सामान्य पाया गया। चीफ जस्टिस का ब्लड शुगर लेवल 120 था, जबकि जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का ब्लड शुगर लेवल 109 पाया गया। चेकअप के बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि हम सभी तनाव से गुजरते हैं। उन्होंने वकीलों को सलाह दी कि वे डॉक्टरों से मिलने पर पूरी बात बताएं।
वहीं जजों के बीच विवाद सुलझाने के लिए कल यानि 18 जनवरी को चीफ जस्टिस ने चारों जजों से मुलाकात की थी। हालांकि आज जस्टिस चेलमेश्वर के मौजूद नहीं होने से विवाद सुलझने की उम्मीदों को झटका लगा है। आज भी सुप्रीम कोर्ट में तय समय साढ़े दस बजे सुनवाई शुरु नहीं हो सकी। विवाद सुलझाने के लिए 16 जनवरी को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने खुद पहल करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले 4 जजों से मुलाकात की थी। कोर्ट की कार्रवाई शुरू होने से पहले चीफ जस्टिस ने चारों जजों के साथ करीब 15 मिनट चाय पर चर्चा की थी। चीफ जस्टिस ने चारों जजों को बातचीत के लिए बुलाया था। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी मसलों पर विचार कर हल करेंगे। बताया जाता है कि सभी जज एकमत थे कि ये व्यक्तिगत मसला नहीं है इसे सुलझा लिया जाएगा।