शिवनंदन सिंह संवाददाता
लखनऊ मण्डलायुक्त लखनऊ डा रोशन जैकब ने बताया कि प्रदेश में राष्ट्रीय एकता एवं समाज में सद्भावना का वातावरण बनाये रखने के लिये अर्न्तजातीय/अंतधार्मिक विवाह काफी सहायक सिद्ध हो सकते है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के इस तरह की सोच से भिन्न-भिन्न परिवारों में एकता की भावना द्ढ़ होगी साथ ही जाति-पाति का भेदभाव मिटेगा।
आयुक्त ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय एकता की दिशा में इस प्रकार के विवाहों को सक्रिय प्रोत्साहन देने के लिए शासन में अर्न्तजातीय/अंतधार्मिक विवाह प्रोत्साहन योजना बनायी गयी है। उन्होंने बताया कि अर्न्तजातीय विवाह करने के लिए एक पक्ष अनुसूचितजाति का होगा और अन्तधार्मिक विवाह के धर्म परिवर्तन नहीं होगा। इस तरह ऐसे विवाह वाले (दम्पत्ति) को 50,000 की पुरस्कार की धनराशि प्रदान किये जाने की व्यवस्था है।
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उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश स्तर पर 120 जोड़ों को पुरस्कार प्रदान किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि अर्न्तजातीय/अंतधार्मिक विवाह प्रोत्साहन योजना का लाभ आम जनता तक पहुंचाने हेतु सम्बन्धित अधिकारी इस तरह की योजनाओं में अधिकतर लोगों को बढ़ावा दें, ताकि सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हो सके।
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