नई दिल्ली।हाल ही में भारतीय सेना द्वारा पीओके में घुस कर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की घटना के बाद से कांग्रेस सरकार का दावा है कि उनके भी कार्यकाल में सर्जिकल स्ट्राइक की जा चुकी हैं, बताया जा रहा है कि साल 2011 में सेना द्वारा एलओसी को पार कर के सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था। यह दावा है एक अंग्रजी अखबार का, जिसके मुताबिक दो बार सर्जिकल स्ट्राइक की जा चुकी है, सेना की तीन टुकड़ियों के साथ जब एलओसी पार कर के सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था, उसको ‘ऑपरेशन जिंजर’ का नाम दिया गया।
देश के एक नामी अंग्रेजी अखबार के अनुसार हालिया हुई सर्जिकल स्ट्राइक की घटना के अलावा सेना ने दो और आर सर्जिकल स्ट्राइक किया है, बताया जाता है कि इन सर्जिकल स्ट्राइक में सेना के करीब 13 जवान भी शहीद हुए थे, जिसमें 5 जवानों के सिर भी काटे गए थे।
मिले हैं घटना के सुबूत– बताया जाता है कि उस दौरान दोनों देशों की सेनाओं ने विपरीत सेनाओं को सिर काट कर ला रही थी, अंग्रेजी अखबार ‘द हिन्दू’ के मुताबिक उसे ऑपरेशन जिंजर के कुछ सबूत भी प्राप्त हुए हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि उस समय के मेजर जनरल एसके चक्रवर्ती ने भी एक बातचीत में हुई उस घटना को कुबूल किया है। बताया जाता है कि मेजर जनरल एसके चक्रवर्ती उस वक्त कुपवाड़ा के 28वें डिवीजन के चीफ भी थे।
ऐसे दिया गया था घटना को अंजाम- अखबार का दावा है कि वर्ष 2011 में हुई उस सर्जिकल स्ट्राइक में सेना को बहुत नुकसान भी उठाना पड़ा था, एक आपरेशन के दौरान सेना के 13 जवान मारे गए थे जबकि करीब 5 के सिर काटे गए थे। यह दावा किया जाता है कि पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना के दो जवानों के सिर काट कर अपने साथ ले गए थे इसी के साथ भारतीय सेना ने भी उनके 3 जवानों के सिर काटे थे और अपने साथ ले आए थे।
इन घअनाओं काबदला लेने के लिए आपरेशन जिंजर प्लान किया था, ऐसा भी दावा किया जाता है यह भारतीय सेना द्वारा किए गए सबसे खौफनाक ऑपरेशनों में से एक है। काफी जांच पड़ताल के बाद सेना ने 30 जुलाई 2011 को अपने प्लान को ऑपरेशन जिंजर के नाम से अंजाम दिया था। बताया जाता है उस दौरान ईद का समय था और इस ऑपरेशन को ईद के एक दिन पहले अंजाम दिया गया था। हालांकि सेना ने बड़ी जांबांजी के साथ इस घटना को अंजाम दिया था जिसमंे भारतीय सैनिकों ने तीन पाकिस्तानी सैनिकों के सिर भी काटे थे और उन्हे अपने साथ लेकर आई थी।