नई दिल्ली। कर्नाटक में जहां सियासत को लेकर भारी तूफान मचा हुआ है। तो वहीं राज्य में तूफान का ताडंव भी जल्द दिखने वाला है। बता दे कि कर्नाटक में चक्रवाती तूफान ‘सागर’ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने शनिवार को एक बार फिर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात ‘सागर’ के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, दिल्ली और उसके आसपास के इलाके, पश्चिमी यूपी में आंधी-तूफान की संभावना है। विभाग ने चक्रवात ‘सागर’ को लेकर भी 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में अलर्ट जारी किया है।
कई राज्य में तूफान के संकेत
बता दे कि मौसम विभाग की ओर से तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और लक्षद्वीप में चक्रवाती तूफान ‘सागर’ की चेतावनी दी है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार अदन की खाड़ी में समुद्री चक्रवात ‘सागर’ लगातार मजबूत हो रहा है और यह भारत के तटीय इलाकों की तरफ बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के कारण अगले तीन दिनों के दौरान देश के कई हिस्सों में आंधी-तूफान और बारिश होगी। हालांकि इससे गुजरात का तटीय हिस्सा ज्यादा प्रभावित नहीं होगा।
चक्रवाती तूफान के दौरान
बता दे कि मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान के दौरान 70 से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने और समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने की संभावना है। चक्रवाती तूफान यमन के अदन शहर से करीब 390 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में और सोकोत्रा द्वीप समूह से 560 किलोमीटर पश्चिमी-उत्तर पश्चिम में अदन की खाड़ी के ऊपर केंद्रित है।
मौसम विभाग की ओर से साफ कहा गया है कि अगले करीब 48घंटों में तूफान के और भी मजबूत होने की संभावना है। अगले 24 घंटे में इसकी चपेट में अदन की खाड़ी के अलावा दक्षिण पश्चिम अरब सागर और पश्चिम मध्य अरब सागर के आसपास के क्षेत्र आ सकते हैं।
मौसम विभाग की एडवाइजरी
बता दे कि तूफान को लेकर मौसम विभाग की ओर से एक एडवाइजरी जारी की गई है जिसमें अनुसार- समुद्र में चलने वाले जहाजों से कहा गया है कि वह या तो अपना रास्ता बदल लें या फिर बंदरगाहों पर तूफान के थमने का इंतजार करें।
– चक्रवात सागर के कमजोर पड़ने तक मछुआरों से कहा गया है कि वह समुद्र में मछली पकड़ने के लिए ना जाएं।
– अरब सागर से खाड़ी देश जाने वाले जहाजों को निर्देश दिए गए हैं कि वह गुजरात के तटीय इलाकों पर रुक जाएं।