नई दिल्ली। विश्व में शांति बनाए रखने के परमाणु हथियारों को खत्म करना जरूरी है। इन्ही परमाणु हथियारों को खत्म करने का जिम्मा उठाने वाले आईसीएएन संगठन को इस साल शांति के लिए दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बता दें कि इस संगठन की शुरुआत साल 2007 में हुई थी और इस समय दुनिया के शीर्ष दस देशों में आज इसके कार्यालय स्थित है।
दुनिया के इन 10 देशों में इस संगठन में 468 लोग काम कर रहे है। अगर आईसीएएन के कार्यों की बात करें तो ये संगठन विश्व में परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहा है और इसके इसने कई संधियों पर काम भी किया है। आईसीएएन को नोबेल पुरस्कार देने का फैसला लेने वाली समिति में शामिल बीआर एंडसरसन ने कहा कि इस संस्था के कार्यो के बल पर इसे शांति का नोबेल पुरस्कार देने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस समय हम ऐसी दुनिया में जी रहे है जहां परमाणु युद्ध का खतरा हर समय मंडरा रहा है।
गौरतलब है कि जुलाई 2012 में 122 देशों ने संयुक्त राष्ट्र की संधि पर सहमति जताई थी। जिसमें परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध की बात कही गई थी. लेकिन इस संधि से अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन, फांस ने खुद को अलग कर लिया था. इसके अलावा कई और परमाणु हथियार संपन्न देशों ने भी इस पर रुचि नहीं दिखाई थी.