शिवनंदन सिंह संवाददाता
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी पर परिजनों संग सैकड़ों लोगो ने ढोल नगाड़े संग फूल मालाओं से स्वागत किया। वही छात्रों ने पीएम मोदी और योगी जिंदाबाद के नारे, परिजनों से गले मिलते ही छात्र भावुक हो गए और खुशी के मारे ढोल नगाड़े पर नाचने लगें।
संभल जनपद के बहजोई कस्बा निवासी रजनीश वार्ष्णेय की बेटी आयुषी वार्ष्णेय यूक्रेन की यूनीवर्सिटी से एमबीबीएस की छात्रा है। जो वही पर होस्टल में रहकर पढ़ रही है। सब कुछ ठीकठाक था लेकिन जब रूस से यूक्रेन का युध्द शुरू हुआ तो सभी भारतीय छात्रों को खतरा महसूस होने लगा और युद्ध तेज होते ही छात्र भी वही फंस कर रह गए। जिससे परिजनो को अपने अपने बच्चों की चिंता सताने लगी । उन्ही में फंसी एक जनपद संभल के बहजोई कस्बा की छात्रा भी फंस गई जो हरपल सुरक्षित निकल कर अपने देश भारत पहुंचना चाहती थी। छात्रा आयूषी के अनुसार यूक्रेन से बस द्वारा रोमानिया पहुचने का आदेश मिला। तो सभी साथी छात्र बस से रोमानिया बोर्डर पार पहुंच गए। वहां से रोमानिया सरकार ने सुरक्षित शेल्टरहोम में पहुंचाया गया और वहां से भारतीय विमान पहुचने पर उससे सभी छात्रों को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचाया गया। छात्रा ने बताया कि यूक्रेन के हालात ठीक नही है वहां पर खतरा ही खतरा है। सभी तरफ से बम्ब और मिसाइलों की आबाज ही सुनाई देती थी बहुत डर लगता था और अपने घर पहुंचने की जल्दी लगी रहती थी। लेकिन वहा की एंबेसी और भारत सरकार में अच्छा समन्वय होने के कारण हम आज सुरक्षित अपने घर वापस लौटे है और इतना कहते ही छात्रा आयुषी ने पीएम मोदी और योगी जिंदाबाद के नारे लगाए और ढोल नगाड़े पर जमकर डांस किया।