जम्मू कश्मीर से राजेश विद्यार्थी की रिपोर्ट
जम्मू कश्मीर। राज्य के नए लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज कुमार सिन्हा शुक्रवार दोपहर दो बजे श्रीनगर स्थित राजभवन में शपथ ले सकते हैं। कल सुबह ही वह अपना श्रीनगर पहुँचेंगे और शपथ समारोह के बाद तुरंत कार्यभार संभाल लेंगे। मनोज कुमार को नया एलजी बनाने से राजनीतिक पार्टियों में खलबली मच गई है। हिंदूवादी फायर ब्रैंड नेता की छवि वाले मनोज कुमार सिन्हा बनारस हिंदु विश्वविद्यालय में छात्र यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं।
manoj 1 जम्मू कश्मीर में हिंदूवादी फायर ब्रैंड नेता को एलजी बनाने से हड़कंप..
जम्मू कश्मीर में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने और अलगावादियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए ही इस पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री मनोज कुमार राज्य की कमान सौंपी गई है। 1959 में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर संसदीय क्षेत्र के गांव मोहनपुर निवासी मनोज कुमार सिन्हा ने वाराणसी आईआईटी से सिविल इंजीनियरिंग में एम टेक की डिग्री हासिल की। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के भी सक्रिय सदस्य रहे। हिंदूवादी विचारधारा के कारण वह भाजपा कार्यकारिणी की सदस्य रहे। उन्होंने 1996, 1999 और 2014 में गाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद रहे। राजनीतिक कैरियर के दौरान वह एक बार 2019 में बसपा के उम्मीदवार से चुनाव हार चुके हैं। हालांकि उनका नाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर भी लिया गया था।
लेकिन योगी आदित्य नाथ पांच बार लोकसभा चुनाव जीत चुके थे और मनोज कुमार मुख्यमंत्री बनते- बनते रह गए। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय वामपंथी और बनारस हिंदु विश्वविद्यालय हिदंुवादी विचारधारा का केंद्र माने जाते रहे हैं। अलगाववादी और मुस्लिम विचारधारा की राजनीतिक पार्टियों में हड़कंप मच गया है। भाजपा का कश्मीर में राजनीतिक तौर पर पैर जमाने के लिए भी मनोज कुमार सिन्हा घाटी में काम कर सकते हैं। सिन्हा को तुरंत फैसले लेने वाला व्यक्ति बताया जा रहा है। वह टाइम फ्रेम के तहत काम करते हैं। वर्ष 2014 से ग्रामीण क्षेत्रों में ब्राडबैंड सुविधा मुहैया कराने की अधर में लटकी योजना को उन्होंने एक साल में 2017 में पूरा कराया। पोस्ट आँफिस बैंकिंग सुविधा को भी 2018 में लांच कराया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उदघाटन किया।