जम्मू कश्मीर से राजेश विद्यार्थी की रिपोर्ट
कश्मीर के काजीगुंड इलाके में आतंकियों ने घंटे के भीतर भाजपा के दूसरे सरपंच की गोली मारकर हत्याकर दी। लगातार दो सरपंच के मारे जाने से सरपंचों में दहशत फल गई है। आतंकी धमकी के कारण ही काजीगुंडक्षेत्र के भाजपा के तीन नेताओं ने बुधवार को इस्तीफा दिया था।साउथ कश्मीर के कुलगाम जिले के काजीगुंड में आतंकियों ने सज्जाद अहमद खांड निवासी वैसू काजीगुंड कोनजदीक से गोली मार दी। खंडे को अनंतनाग मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डाक्टरों ने उसे मृतघोषित कर दिया।
इस घटना से दहशत में आए सरपंच और पंचों ने प्रशासन से उनकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहाहै। वर्ष 2011 में भी अचानक घाटी में सरंपचों और पंचों की हत्या होने लगी थी। इस घटना के बाद कई सरपंचऔर पंचों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया। तीस साल के बाद जम्मू कश्मीर में पंचायती चुनावों में जीतकर आए सरपंचों के 2011 में इस्तीफों बाद प्रशासन ने कड़े कदम उठाए थे। प्रशासन को डर है कि कहीं नौ साल पुराना इतिहास दोबारा से नहीं दोहराया जाए। साउथ कश्मीर आतंकियों का हमेशा गढ़ रहा है।
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कुलगाम जिला 2006 से पहले अनंतनाग जिला का हिस्सा था। पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर में आठ नए जिलों कागठन किया। अनंतनाग जिला शुरू से ही पीडीपी और आतंकियों का गढ़ कहा जाता रहा है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनावों में पीडीपी को भाजपा से गठबंधन करने का नुकसान उठाना पड़ा था।