नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह ने बुधवार को उन दो जूनियर पहलवानों के नामों का खुलासा किया है जिन पर नरसिंह यादव के खाने में प्रतिबंधित पदार्थ मिलाने का आरोप है। रियो ओलम्पिक-2016 के लिए क्वालीफाई कर चुके नरसिंह को रविवार को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया था, जिसके बाद उन पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है और ओलम्पिक में उनके जाने पर संदेह बना हुआ है।
ब्रजभूषण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने 75 किलोग्राम भारवर्ग में खेलने वाले जितेश और सुमित की पहचान कर ली है। यह दोनों उसी छत्रसाल अखाड़े में रहते हैं, जिसमें नरसिंह प्रशिक्षण लेते हैं। इन दोनों जूनियर पहलवानों से एक ने नरसिंह के खाने में मिलावट की बात भी स्वीकार कर ली है। मैं साजिश पर कुछ नहीं कह सकता और न ही यह कह सकता हूं कि यह कदम उन्होंने अपनी मर्जी से उठाया है या किसी के कहने पर। हम इस मामले की जांच नहीं कर सकते, लेकिन नरसिंह के मामले में उठ रही सीबीआई जांच की मांग का हम समर्थन करते हैं।”
नरसिंह के अगले महीने से शुरू होने वाले रियो ओलम्पिक-2016 में जाने पर तब से काले बादल मंडरा रहे हैं जब से उनका 25 जून को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा कराए गए डोप परीक्षण का परिणाम सकारात्मक पाया गया है। नरसिंह को बुधवार को तब और बड़ा झटका लगा जब पांच जुलाई को उनके दूसरे परीक्षण का परिणाम भी सकारात्मक आया।
डोप टेस्ट में फेल होने के बाद नरसिंह ने कहा था कि उनके खिलाफ साजिश की गई है और उन्होंने इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज करा दी है। हालांकि वह साजिश में शामिल व्यक्ति का नाम लेने से बचते दिखे।
पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद नरसिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैंने हमेशा कहा है कि मेरे खिलाफ साजिश की गई है। अगर में निर्दोष साबित हुआ तो मैं रियो जाऊंगा। मैंने उस शख्स की पहचान कर ली है जिसने मेरे खाने में मिलावट की। मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है।”
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि इसमें कुछ अधिकारी भी शामिल हैं क्योंकि मुझे सीसीटीवी की फुटेज भी नहीं दी जा रही है।”
डब्ल्यूएफआई ने नरसिंह की जगह प्रवीण राणा को रियो ओलम्पिक में भेजने की बात कही है।