देश में 30 जून आधी रात से जीएसटी लागू हो गया है। ऐसे में पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम का शनिवार को एक बयान सामने आया है। उनका कहना जीएसटी से छोटे तथा मंझोले व्यापारियों को बुरी तरह से प्रभावित करने वाला है। उनका कहना है कि जिस तरह का कानून जीएसटी पर लागू किया गया है, जिस तरह मूल रुप से योजना को बनाया गया है, यह कानून असल में वैसा नहीं है। चिदंबरम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस नहीं है। जिएसटी को जिस तरह से लागू किया गया है कांग्रेस उसके तरीके के खिलाफ है।
चिदंबरम के मुताबिक जीएसटी का परिणाम मुद्रास्फीति पर भी दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू करने के लिए व्यापारी वर्ग के लोग कुछ वक्त चाहते थे। लेकिन व्यापारियों की चिंता ना करते हुए सरकार ने व्यापारियों को अनदेखा किया है और जीएसटी को लागू कर दिया। वही 30 जून आधी रात को संसद में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि यह उनके लिए व्यक्तिगत सफलता साबित होने वाली है। प्रणब मुखर्जी का कहना था कि साल 2011 में वित्त मंत्री रहते हुए उनके द्वारा सदन में जीएसटी बिल की पेशकश की गई थी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जीएसटी के बारे में बोलते हुए कहा कि जीएसटी की शुरूआत राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाली है। उनका कहना था कि यह सब कुछ उनके लिए काफी यादगार पल है। क्योंकि जिस वक्त वह वित्त मंत्री थे उन्होंने इस बिल की पेशकश सदन में की थी। आपको बता दें कि जीएसटी लागू होना देश और लोकतंत्र के लिए एक बड़ा अवसर होने वाला है। इस अवसर को विशेष बनाने के लिए संसद को दुल्हन की तरह सजाया गया था। देश की आजादी के बाद पहली बार एक राष्ट्र के सूत्र में चंद मिनट बाद खड़ा होने वाला है। इसके पहले देश के वित्तमंत्री अरूण जेटली ने सदन के पटल पर अपने सम्बोधन में जीएसटी के निर्माण की एक कथा यात्रा के साथ जनता को होने वाले फायदे के अलावा इससे सरकार को होने वाले फायदे का जिक्र करते हुए कहा कि इससे हुए फायदे से जनता की सेवा करने का सरकार को और मौका मिलेगा।