प्रयागराज: पूरे उत्तर प्रदेश में वन विभाग द्वारा वन महोत्सव का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस दौरान यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भगवतपुर में बन रहे 100 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल प्रागंण में वृक्षारोपण किया।
कार्यक्रम में बरगद का वृक्ष लगाने के बाद उन्होंने कहा कि वृक्ष धरा का प्राकृतिक ऑक्सीजन हैं। वृक्ष हमें छाया के अलावा फल, फूल और लकड़ी तक प्रदान करता है। इसलिए हमें प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने चाहिए।
विकास का बड़ा केंद्र बन रहा क्षेत्र
मंत्री ने कहा कि भगवतपुर आज मुख्य केंद्र बन चुका है। यहां विकास की कई योजनाओं से क्षेत्र में नए रास्ते खुल रहे हैं। विकास खण्ड के साथ बस स्टैंड भी जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। भविष्य की योजना में आईटीआई, बालिका विद्यालय को भी बनाने की योजना है। जल्द ही गांजा गांव में ऊन प्रोसेसिंग यूनिट की आधारशिला रखी जाएगी। इसका फायदा प्रयागराज के तीन लाख भेड़ पालकों को मिलेगा।
लोगों से की वृक्षारोपण की अपील
कार्यक्रम में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सभी नागरिकों से आगे आकर वृक्षारोपण की अपील की। सभी प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों, जिला पंचायत सदस्यों तथा गांव के वरिष्ठ नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि गांव में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण कर वातावरण को साफ करने का लोग प्रयास करें। आने वाली कई पीढ़ियों को इसका फायदा मिलेगा, कभी ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।
मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में लगभग 30 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेशवासियों के साथ मिलकर हरियाली लाने का संकल्प लेते हुए कहा कि वन महोत्सव माह में सभी लोग सड़कों के किनारे, गांव-घरों में खाली पड़ी भूमि, अस्पतालों के परिसर में पेड़ लगाएं।
मेरे विधानसभा क्षेत्र प्रयागराज शहर पश्चिमी के भगवतपुर ब्लॉक में अस्पताल निर्माण की वजह से कुछ वृक्ष काटे गए जिसकी एवज में काटे गए वृक्षों से अधिक वृक्ष लगाने का संकल्प लेते हुए तथा @myogiadityanath जी के नेतृत्व में वृक्षारोपण अभियान के तहत अस्पताल प्रांगण में वृक्षारोपण किया। pic.twitter.com/WuHG4LppVl
— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) July 4, 2021
“मेरा पेड़ मेरा साथी” संकल्प के साथ वृक्ष लगाकर प्रदेश में हरियाली लाएं।
इस दौरान कई क्षेत्र के लोग वहां मौजूद रहे, जिनमें डीएफओ रमेश चंद्रा काशी प्रान्त, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सुरेश पासी, कैंट अध्यक्ष अनिल सिंह, उपाध्यक्ष कमलेश कुमार, रामजी शुक्ला, अश्वनी शर्मा, पवन शुक्ला, दिनेश तिवारी, दीना नाथ कुशवाहा,ज्ञान बाबू केसरवानी आदि मौजूद रहे।