ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इस बार दस करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के लिए राज्य सरकार द्वारा लखनऊ, वाराणसी, नॉएडा, प्रयागराज, कानपुर को अर्थव्यवस्था के प्राण के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत विदेशों में होने वाले रोड शो के दौरान सरकार इस शहरों की ब्रांडिंग करेगी।
योगी सरकार इन 5 जिलों की प्राकृतिक पहचान को तकनीकी से जोड़ते हुए नई दिशा की ओर बढ़ने की योजना बना रही है।
उद्योग एवं निवेश से जुड़े इस वैश्विक मंच पर कानपुर को रोबोटिक्स एवं ड्रोन सिटी, लखनऊ को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नोएडा को सूचना प्रौद्योगिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी जनित सेवा और वाराणसी व प्रयागराज को अनुसंधान विकास के रूप में विकसित करने की योजना है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने सभी से संबंधित प्रस्तुतीकरण के बाद योजना को मंजूरी प्रदान की है।
कानपुर को रोबोटिक्स एवं ड्रोन सिटी
आईआईटी कानपुर में मौजूदा सेंट्रल ऑफ एक्सीलेंस को ध्यान में रखते हुए इस शहर को रोबोटिक एंड ड्रोन सिटी के रूप में विकसित करने का फैसला लिया गया है। जिसका उद्देश्य जर्मनी की कंपनियों को कानपुर में निवेश करने के लिए प्रेरित करना है
लखनऊ को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
वहीं राजधानी लखनऊ को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ई सिटी के रूप में विकसित करने की रणनीति बनाई गई है। इस शहर में इंफ्रास्ट्रक्चर काफी अच्छा है। यहां पर निवेश करने के लिए इंटेल, बॉश और केल्टन टेक जैसी कई कंपनीयों को आमंत्रण भेजा जा रहा है।
नोएडा को सूचना प्रौद्योगिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी जनित सेवा
वर्तमान समय में नोएडा में आईटी और आईटीईएस सेक्टर की करीब 135 इकाइयां हैं। ऐसे में सरकार ने नोएडा को आईटी और आईटीईएस सिटी के रूप में विकसित करने का फैसला लिया है।
वाराणसी व प्रयागराज को अनुसंधान विकास
राज्य सरकार ने प्रयागराज और वाराणसी को इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलपमेंट सिटी के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। क्योंकि यहां कई बड़े संस्थान स्थापित किए गए हैं। इसके लिए सरकार एलटीटी और टाटा जैसी बड़ी कंपनियों को निवेश के लिए आमंत्रित करेगी।