नई दिल्ली। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि छात्रों को अच्छे संस्कार सिखाने के लिए पवित्र ग्रंथ भगवद् गीता के पाठ को राज्य के अकादमिक पाठ्यक्रम में पेश किया जाएगा।
सीएम खट्टर ने कहा, “हमारी राय है कि गीता के श्लोकों को स्कूल के सिलेबस में शामिल किया जाना चाहिए। हमने पहले भी कहा है। हम गीता के कुछ श्लोकों को पाठ्यक्रम में सारांश के रूप में शामिल करेंगे ताकि बच्चे अच्छे संस्कार सीखें।” संवाददाताओं से।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता “जीवन का सार” है और किसी भी धर्म से जुड़ा नहीं है। इससे पहले आज खट्टर राष्ट्रीय राजधानी में ‘गीता महोत्सव कार्यक्रम’ में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे।
इस अवसर पर भगवान कृष्ण की अमूल्य सलाह से युक्त पवित्र ग्रंथ का स्मरण करते हुए उन्होंने अर्जुन को बताया कि मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष के 11 वें दिन मनाया जाता है जो आमतौर पर नवंबर और दिसंबर में पड़ता है।