नई दिल्ली। रेप के आरोप में फंसे समाजवादी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को सुप्रीम कोर्ट ने करारा झटका दिया है। दरअसल गायत्री प्रजापति के वकील की ओर से एक याचिका दायर कर उनकी रिहाई की मांग की गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उनकी रिहाई करने से इंकार कर दिया है।
कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि इस मामले की जांच कानून के आधार पर होनी चाहिए। कोर्ट ने आगे बोलते हुए कहा, हम इस केस की मॉनिटरिंग नहीं कर रहे हैं। बता दें कि गायत्री पर एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहले ही गायत्री की गिरफ्तारी के आदेश दे चुका है। कोर्ट के आदेश के बाद से ही गायत्री फरार चल रहे हैं उनके साथ सहयोगी लेखपाल अशोक तिवारी भी फरार चल रहे हैं। फरार चल रहे अशोक तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
जबकि पीड़िता के वकील गायत्री के खिलाफ पुलिस की जांच पर ही सवाल उठा रहे हैं। गायत्री प्रजापति कहां हैं ये अभी किसी को नहीं पता। वहीं विरोधिय़ों द्वारा लागातर इस बात को मुद्दा बनाकर अखिलेश सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।