गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीपक दुबे ने लखनऊ की एक अदालत में सरेंडर कर दिया है. कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे के भाई का नाम दीपक है.
दीपक पर पुलिस ने किया था इनाम घोषित
दीपक बिकरू हत्याकांड के बाद से फरार था. दीपक दुबे के खिलाफ लखनऊ के कृष्णा नगर पुलिस स्टेशन में जालसाजी और उगाही का मामला दर्ज किया गया था. राज्य पुलिस ने उस पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. यही नहीं शुक्रवार को लखनऊ पुलिस ने उसकी लगभग एक करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी.
उसके खिलाफ लखनऊ में दो एफआईआर भी दर्ज हैं. पहली प्राथमिकी झूठे दस्तावेजों पर शस्त्र लाइसेंस और सिम कार्ड प्राप्त करने के लिए दर्ज की गई थी जबकि दूसरी 2009 में विनित पांडेय के वाहन को जबरन ले जाने के लिए दर्ज की गई थी. दूसरी एफआईआर जबरन वसूली, बेईमानी, बहुमूल्य सुरक्षा के जालसाजी और फर्जी दस्तावेज को असली बताकर इस्तेमाल करने के आरोप में दर्ज की गई थी.
मंगलवार को किया दीपक ने आत्मसमर्पण
दीपक ने लखनऊ की एक अदालत में आत्म समर्पण किया. उसने मंगलवार शाम को आत्मसमर्पण किया. अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस लंबे समय से दीपक को पकड़ने में लगी हुई थी, लेकिन दीपक पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था. जानकारी के मुताबिक, दीपक ने 19 दिसंबर को सरेंडर करने की कोशिश की थी लेकिन वह असमर्थ था क्योंकि उसे कोविड-19 की रिपोर्ट नहीं मिली थी. आपको बता दें दीपक विकास दुबे का भाई है जिस पर कानपुर के बिकरु कांड में 8 पुलिसवालों की हत्या करने का आरोप था. विकास दुबे STF के एनकाउंटर में मारा गया था.