लखनऊ: मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद यह सफर जो 594 किलोमीटर लंबा है, मात्र 6 से 7 घंटे में तय हो सकेगा। इस निर्माण से जुड़ी डिजाइन को फाइनल कर लिया गया है, जल्द ही आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
12 जिलों से गुजरेगा गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 594 किलोमीटर होने वाली है, जिसमें मेरठ से शुरू होकर हापुड़, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, संभल, हरदोई, शाहजहांपुर, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक जाएगा। इस सफर को 6 घंटे में ही पूरा किया जा सकेगा। गंगा किनारे के सभी इलाके एक्सप्रेसवे बनने के बाद विकास की तरफ बढेंगे। यहां निवेश के भी रास्ते खुल जायेंगे, युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। इस निर्माण से जुड़े डिजाइन को फाइनल कर लिया गया है, जिसमें फ्लाईओवर, इंटरचेंज, ओवर ब्रिज सब की जानकारी उपलब्ध है।
4 चरणों में तैयार हुआ डिजाइन
गंगा एक्सप्रेसवे का डिजाइन यूपीडा की ओर से चार चरणों में तैयार किया गया है। जिसे किलोमीटर के आधार पर छोटे-छोटे टुकड़ों में बनाया गया। टोल प्लाजा की बात करें तो पहला टोल प्लाजा मेरठ से 15 किलोमीटर की दूरी पर होगा। इसके बाद तय दूरी पर और टोल बनाया जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तरह गंगा एक्सप्रेसवे भी इन क्षेत्रों में नई उम्मीद लेकर आएगा, कई जिलों का नक्शा एक्सप्रेसवे करने के बाद बदल जाएगा।