France Election || इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) लगातार दूसरी बार फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गए हैं। इमैनुएल मैक्रों ने 58.2 प्रतिशत वोटों के साथ जीत हासिल की। वही दक्षिणपंथी नेता मरीन ले को केवल 41.8 वोट मिले। जानकारी के मुताबिक कोरोना से बेहतर ढंग से निपटारे की वजह से लोग इमैनुएल मैक्रों पसंद कर रहे थे।
आपको बता दें फ्रांस में 2002 के बाद कोई नेता दोबारा राष्ट्रपति नहीं चुना गया था। लेकिन इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने इस सिलसिले को तोड़ दिया है। हालांकि इस बार जीत का अंतर बेहद कम रहा है। गौरतलब है कि 2017 में इमैनुएल मैक्रों को 66.1 फीसदी वोट हासिल हुए थे। जबकि मरीन ले को 33.9 फीसदी वोट पर ही संतोष करना पड़ा था।
जीत के बाद बधाई का दौर जारी
इमैनुएल मैक्रों की जीत के बाद दुनिया भर से उन्हें बधाई मिल रही है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फ्रांस के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए अपने ट्वीट में लिखा है कि “फ्रांसीसी राष्ट्रपति के तौर पर आपको दोबारा चुने जाने की बधाई। मैं उम्मीद करता हूं। हम उन सभी मुद्दों पर मिलकर काम करेंगे। जो हमारे देश के साथ दुनिया के लिए सबसे अधिक मायने रखते हैं।”
Congratulations to @EmmanuelMacron on your re-election as President of France. France is one of our closest and most important allies. I look forward to continuing to work together on the issues which matter most to our two countries and to the world.
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— Boris Johnson (@BorisJohnson) April 24, 2022
वहीं इटली के प्रधानमंत्री ने बयान जारी करते हुए इमैनुएल मैक्रों को बधाई दी है उन्होंने कहा है कि “फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में इमैनुएल मैक्रों की जीत पूरे यूरोप के लिए बहुत अच्छी खबर है।”
भारत के लिए क्या है फ्रांस चुनाव के मायने
फ्रांस के साथ भारत के अच्छे संबंध हैं फ्रांस की अब तक कोई भी सरकार भारत विरोधी नहीं रही है। इमैनुएल मैक्रों अपनी रैलियों में साफ कर चुके हैं कि भारत उनके एजेंडे में फास्ट प्रयोरिटी के तौर पर है। इसके अलावा फ्रांस ने हमेशा से संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की स्थाई सदस्यता के पक्ष में रहा है।