इस्लामाबाद। सीमा क्षेत्र में सीजफायर का उल्लंघन करने और आंतकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले पाक का गंदा चेहरा सबके सामने आ गया है। अब खुद पाकिस्तान के नागरिक अपने देश का विरोध करने में लगे हुए है। पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी ने शुक्रवार को अपने देश की तीखी आलोचना की है।
पाकिस्तान के कानून पर आती है हंसी
उनका कहना है कि पाकिस्तान के कानून पर सिर्फ इतना सोचकर ही हंसी आती है कि रमजान के पाक महीने में व्रत ना रखने वालों को यहां पर सजा दी जाती है लेकिन आतंकियों को स्वतंत्र घूमने की इजाजत है। भुट्टो के तीन बच्चों में से एक बख्तावर भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर कहा, ‘यह इस्लाम नहीं है।‘ उनके भाई बिलावल विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष हैं।
बेतुका है कानून: बख्तावर
बख्तावर ने एहतराम-ए-रमजान को बेतुका करार देते हुए कहा है कि रमजान के पाक महीने के दौरान व्रत ना रखने वालों को देश का कानून सजा देता है। बता दें कि भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जिया-उल-हक द्वारा 1981 में लागू किए गए गए इस कानून के अनुसार रमजान में सार्वजनिक रूप से खाने-पीने पर तीन महीने जेल तक की सजा हो सकती है। सरकार ने इस कानून को और कड़ा बनाते हुए कहा इस पर आर्थिक दंड का प्रावधान लागू किया गया है।
ट्विटर पर दी तीखी प्रतिक्रिया
बख्तावर भुट्टो ने ट्वीट किया, ‘रमजान में पानी पीने के लिए तीन महीने की जेल लेकिन स्कूली लड़की मलाला पर आतंकवादी जानलेवा हमला कर सकता है और टीवी पर मुस्कराता हुए दिख सकता है।‘ बख्तावर का स्पष्ट संकेत इस बात की ओर था कि पाकिस्तान में मलाला यूसुफजई को गोली मारने के आरोप में किसी को भी सजा नहीं हुई है। रमजान में मुसलमान रोजा रखते हैं और सूर्योदय से सूर्यास्त तक कुछ भी नहीं खाते-पीते।
Fasting is 1 of the 5 pillars of Islam. It is an imp obligation. But where is law re punish every1 around u with arrests?! Not in Islam. https://t.co/CmOVEbXf31
— Bakhtawar B-Zardari (@BakhtawarBZ) May 12, 2017