मेरठ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वीडियो गलत तरीके से वायरल करने पर कांग्रेस नेता फंस गए हैं। उनके खिलाफ खरखौदा थाने में एफआइआर दर्ज हुई है।
सीएम योगी मेरठ के बिजौली गांव में दौरे पर थे। इस दौरान उनके एक वीडियो को पश्चिमी यूपी के यूथ कांग्रेस अध्यक्ष ओमवीर यादव ने गलत तरीके से वायरल कर दिया। इस संबंध में उनके खिलाफ खरखौदा थाने में एफआइआर हुई है। यह मुकदमा आइटी एक्ट और आइपीसी की धारा-505 के तहत दर्ज हुआ है।
क्या लिखा है एफआइआर?
एफआइआर के अनुसार, ओमवीर यादव नाम के वैरीफाइड ट्विटर हैंडल से 16 मई की रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक वीडियो डाली गई। इसमें बिजौली गांव में एक बुजुर्ग द्वारा सीएम को अपनी गली में चारपाई खड़ी करके जाने से रोकने की बात बताई गई है। यह वीडियो एडिट करके गलत तरीके से वायरल की गई है, क्योंकि वहां ऐसा कुछ नहीं हुआ।
आपको बता दें कि मेरठ पुलिस भी इस बारे में पहले ही बयान जारी कर चुकी थी कि इस वीडियो के साथ निराधार और भ्रामक बात लिखी गई है। जिस गली में सीएम योगी गए, वह कंटेनमेंट जोन था। चारपाई इसलिए लगाई गई थी जिससे कोई गली में आ-जा न सके।
कांग्रेस नेता समेत कई लोगों ने किया था पोस्ट
मेरठ पुलिस के पोस्ट में लिखा था कि, मुख्यमंत्री ने कंटेनमेंट जोन में बुजुर्ग से हालचाल पूछा। बुजुर्ग ने सब बताया और मुख्यमंत्री के जयकारे भी लगाए। पुलिस ने अफवाह ने फैलाने की चेतावनी देते हुए कार्यवाही की बात कही थी। बता दें कि इस वीडियो को कांग्रेस नेता ओमवीर यादव सहित कई लोगों ने दूसरे कंटेंट के साथ ट्विटर पर पोस्ट किया था।
#FakeAlert: सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है कि मेरठ के बिजौली में बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री जी को गली में जाने से रोका।#FactCheck: #UPCM बिजौली के कंटेंनमेंट जोन में कोविड मरीजों का कुशलक्षेम लेने गए थे जहां बुजुर्ग ने कोरोना प्रबंधन को लेकर उनकी प्रशंसा की और समर्थन में नारे लगाए। pic.twitter.com/IgHfCgVOnr
— Info Uttar Pradesh Fact Check (@InfoUPFactCheck) May 17, 2021