नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को अपने चपेट में ले लिया था। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सभी देशों ने लॉकडाउन लगा दिया था। हालांकि जिसके बाद हालात कुछ सामान्य होते नजर आ रहे थे। लेकिन अब हालात पहले जैसे ही हो गए है। आए दिन देश में कई हजार कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले आ जाते हैं। भारत में राज्य सरकारों द्वारा शर्तो के आधार पर ही लॉकडाउन को खोला गया था। लेकिन आए दिन कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा होता देख देश की राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने मास्क न पहनने वाले पर 2000 रुपये का जुर्माना कर दिया है। पहले ये जुर्माना 500 रुपये था जिसे चार गुना बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने विपक्ष से कोरोना के वक्त राजनीति न करने और दिल्लीवासियों से घर पर ही छठ पर्व मनाने की अपील की है।
आज बुलाई गई सर्वदलीय बैठक-
बता दें कि केजरीवाल सरकार ने मास्क न पहनने वाले पर 2000 रुपये का जुर्माना कर दिया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज इस बात का एलान किया कि एलजी से मिलकर इस फैसले को लिया गया है और आज बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में इस कदम को उठाना तय किया गया। राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों से निपटने के लिए सीएम ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिसमें बीजेपी और कांग्रेस ने भी शिरकत की। दिल्ली में बुधवार को कोरोना के 7486 नए मामले सामने आए। इसके बाद राजधानी में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 5 लाख के पार हो गई है। जबकि, इस महामारी से बुधवार को रिकॉर्ड 131 लोगों की मौत हो गई। यहां दिल्ली में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की एक दिन में सबसे ज्यादा संख्या है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं है। यह समय सेवा करने का है, जितनी हम सेवा करेंगे लोगों की, उतने लोग हमें याद रखेंगे। भविष्य में लोग याद करेंगे कि कैसे दिल्ली ने कोरोना की लड़ाई लड़ी थी। सभी दलों ने सहमति जताई कि हम सब मिलकर कोरोना की लड़ाई लड़ेंगे।
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा हो रही आईसीयू बेड की व्यवस्था-
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों के 80 फीसदी बेड कोरोना के लिए आरक्षित किए जा रहे हैं। सभी नॉन-क्रिटिकल प्लान्ड सर्जरी को टालने के लिए कहा गया है। दिल्ली सरकार 663 आईसीयू बेड की व्यवस्था कर रही है, केंद्र सरकार 750 आईसीयू बेड की व्यवस्था कर रही है। कुल मिलाकर 1400 से अधिक आईसीयू बेड हो जाएंगे। राजधानी दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में आए कोरोना संक्रमण के मामलों पर गौर करें तो यहां पर 12 नवबंर यानी पिछले गुरूवार से 18 नवंबर तक 43 हजार 109 नए मामले आ चुके हैं, जबकि इसी दौरान 715 लोगों की मौत हो गई।