नई दिल्ली। फ्रांस की राजधानी पेरिस में 50 सालों का सबसे भयानक दंगा हुआ है। महंगाई के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन हुए हैं और 400 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को हजारों लोग पेरिस की सड़कों पर निकल पड़े थे। कई जगहों पर तोड़फोड़ किया गया, कारों व अन्य सामानों में आग भी लगा दिए गए हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों और हाइड्रोकार्बन टैक्स बढ़ाने के विरोध में बड़ी संख्या के लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। प्रदर्शन में अनुमानित रूप से 36,500 लोगों ने हिस्सा लिया।
बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने सरकार के कर बढ़ाने के विरोध में समूचे पेरिस में चल रहे प्रदर्शनों के हिंसक होने से पहुंचे नुकसान का रविवार को जायजा लिया और एक आपात बैठक की। इसमें मैक्रों ने सरकार विरोधी कार्यकर्ताओं से विस्तृत बातचीत करने की घोषणा की। एक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप को प्रदर्शनों के आयोजकों और पार्टियों के नेताओं से मुलाकात करने के लिए कहा गया है। बीते सप्ताह हुए एक और प्रदर्शन में 53,000 लोगों ने हिस्सा लिया था जबकि उसके एक सप्ताह पहले हुए प्रदर्शन में लगभग 113,000 लोग शामिल हुए थे।
वहीं गृह मंत्री क्रिस्टोफ कैस्टनर ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि 1,500 उपद्रवी शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लगभग 200 लोगों के समूह में घुस गए और चैम्पस एलिसीस के पास उग्र हो गए। फ्रांस की पुलिस की ओर से शेयर किए जा रहे वीडियो में कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस के वाहनों को निशान बनाते और उनके शीशे तोड़ते देखा जा सकता है। एक अन्य वीडियो में जलती हुई कारें और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागते देखे जा सकते हैं।