मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लंबे समय के बाद जनता दरबार लगाया था। जहां एक शिक्षक महिला ने कार्यक्रम के दौरान जमकर हंगामा काटा। यह शिक्षक महिला उत्तरकाशी जनपद में तैनात है। पोस्टिंग की समस्या लेकर महिला मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंची थी।
वहीं खबर के मुताबिक शिक्षक महिला अपनी पति की मौत के बाद अपने ट्रांसफर को लेकर कई बार आला-अधिकारियों के चक्कर काट चुकी है। लेकिन किसी अधिकारी ने उसकी मांग पर कोई अमल नहीं किया। जिसके बाद आज वह अपनी समस्या को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री दरबार में जा पहुंची।
महिला ने किया अपशब्दों का प्रयोग
शिक्षक महिला ने दरबार में कई बार अपशब्दों का प्रयोग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने महिला को समझाने की बहुत कोशिश की। लेकिन महिला ने मुख्यमंत्री की बात पर एक भी ध्यान नहीं दिया। जिसके बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिला को पुलिस हिरासत में लेने का फरमान जारी कर दिया। साथ ही सीएम ने मामले की कार्रवाई के निर्देश भी दिया
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
जिसके बाद पुलिस ने महिला को अपनी हिरासत में ले लिया। वहीं जनता दरबार में हुए हंगामे के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जिसमें वह राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कई तरह के शब्दों का प्रयोग करते हुए नजर आ रही हैं। उत्तराखंड में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। जब किसी महिला ने जनता दरबार में इस तरह का हंगामा किया है।
वहीं पूरे मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जनता दरबार में इस तरह की अपमानजनक भाषा का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए था। जनता दरबार में आने वाले फरियादी को अपनी मर्यादा में रहने चाहिए।