मध्य प्रदेश में कर्ज के बोझ के तले दबकर आए दिन किसान खुदकुशी करने पर मजबूर हो रहे हैं। आए दिन कोई ना कोई नया वाक्या किसान द्वारा खुदकुशी करने का सामने आ रहा है। यू तो भारत को अगर ठीक से जानना हो तो भारत में बसे गांवों का रूख करना होता है जहां बसे किसान असली भारत को दर्शाते हैं लेकिन अब वही किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। किसानों पर कर्ज इतना बढ़ता जा रहा है कि मजबूरन किसानों को ऐसा गंभीर कदम उठाना पड़ रहा है। इसी श्रेणी में एक और किसान का नाम शामिल हो गया है। मध्यप्रदेश में अभी किसान आंदोलन की आग थमी ही नहीं है कि किसानों द्वारा आत्महत्या करने करने का तांता लगने लग गया है। मध्यप्रदेश में एक बार फिर से किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक किसान ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट भी अपने पीछे छोड़ा है। सुसाइड नोट में मृतक ने कर्ज के चलते साहूकारों की प्रताड़ना का शिकार होने की बात कही है।
आए दिन हो रही हैं आत्महत्या
मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के बाद आए दिन किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए हैं और यह आंकड़ा 19 तक पहुंच चुका है। मामला मध्यप्रदेश के खिमलासा थाने के बसाहरी का है जहां बुधवार को एक किसान ने कर्ज के बोझ तले दबकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार मृतक किसान पर एक लाख रुपए का कर्ज था जिसे चुकाने के लिए वह असमर्थ हो गया था। आए दिन किसान को कर्ज चुकाने के लिए प्रताड़ित किया जाता था। जानकारी के अनुसार मृतक ने अपना कर्ज ब्याज के साथ पूरा चुका दिया था लेकिन बावजूद इसके उसे और ढ़ाई लाख रुपए की नकदी की मांग की जाती थी। ऐसे में बार बार उसे धमकी दी जाती थी कि अगर उसने और ज्यादा पैसे नही दिए तो उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया जाएगा। ऐसे में परेशान होकर किसान ने आत्महत्या करने जैसा गंभीर कदम उठा लिया।
कांग्रेस ने लिया बीजेपी को आड़े हाथों
संबंधित मामले में कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया। बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए राशिद अल्वी ने कहा कि ‘बीजेपी सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी सरकार है, आए दिन किसानों द्वारा आत्महत्या की जा रही है लेकिन बीजेपी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है’ उनका कहना है कि ‘बीजेपी ने किसानों की जमीनों को हड़पने का काम किया है, किसानों की जमीनों को हड़पकर बीजेपी बड़े उद्योगपतियों को बेच देती है, इससे किसानों पर क्या बीतती है बीजेपी को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है’
बीजेपी शासन में किसानों का खस्ता हाल
राशिद अल्वी का कहना है कि ‘जब से केंद्र में बीजेपी सरकार आई है तब से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिस भी राज्य में बीजेपी ने अपना कब्जा जमा रखा है वहां के किसान आए दिन खुदकुशी कर रहे हैं और इससे बीजेपी के किसी भी नुमाइंदे को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है’ उन्होंने आगे कहा कि ‘बीजेपी सरकार योग दिवस मना रही है, बीजेपी योग दिवन मनाने के नाम पर किसानों की आवाज को दबाने की काम कर रही है, बीजेपी को इस बात का अंदाजा नहीं है कि जो किसान आत्महत्या कर लेता है उसके परिजनों पर क्या बीतती है, और उस किसान के परिजनों को आगे का सहारा कहां से मिलेगी, यह काफी दुखद है’ उन्होंने आगे कहा कि ‘जिस भी राज्य में कांग्रेस की सरकार है वहां पर किसानों को किसी भी बात की कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जहां पर भी बीजेपी आई हुई है वहां के किसानों की हालत आए दिन खस्ता होती जा रही है, लेकिन पंजाब में कांग्रेस सरकार के कारण किसी भी किसान को कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है’
पुलिस कर रही है आगे की कार्रवाई
वही घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार करीब 2 बजे दोपहर में किसान ने आत्महत्या की है। शाम को तहसीलदार मृतक के परिजनों से मिले और उन्होंने परिजनों से इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। वही अपने पीछे छोड़े गए सुसाइड नोट में किसान ने शंकर उदैनिया नामक साहूकार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। किसान ने सुसाइड नोट में लिखा है कि शंकर उदैनिया ने उसके साथ धोखाधड़ी करते हुए अपनी पत्नी के नाम पर उसकी जमीन की रजिस्ट्री करा ली है। जानकारी के अनुसार किसान की कुल 11 एकड़ जमीन है। लेकिन 11 में से 5 एकड़ जमीन किसान ने कर्जे के चक्कर में बेच दी है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
Pradeep Sharma