नई दिल्ली। आपने अब तक ड्राइवर के जरिए ट्रेन चलती देखी होगी। लेकिन कर्नाटक के कलबुर्गी में बीते बुधवार को अजीबों गरीब घटना देखने को मिली। जहां वाडी स्टेशन पर इलेक्ट्रिक इंजन बिना ड्राइवर के ही चल पड़ा। ड्राइवर ने 20 मिनट तक पीछा करते हुए बड़े ही फिल्मी स्टाइल में इंजन को रोक लिया।
बता दें कि मुंबई मेल शाम तीन बजे यात्री बोगियों के साथ चेन्नई से वाडी स्टेशन पहुंची थी। इसी स्टेशन पर इलेक्ट्रिक लाइन खत्म हो जाती है और वाडी से शोलापुर जाने के लिए डीजल इंजन लगाया जाता है। रोज की तरह इलेक्ट्रिक इंजन बोगियों से अलग हो गया और ट्रेन डीजल इंजन के साथ चली गई। इसी दौरान इंजन अपने आप पटरी पर चल पड़ा। वाड़ी स्टेशन के अधिकारियों ने आगे वाले स्टेशन को सूचित कर सिग्नल और पटरियों को खाली करने के लिए कहा ताकि ट्रेन को रोका जा सके।
वहीं स्टेशन के मैनेजर जेएन पारिस और लोको पायलट ने बाइक से इंजन का पीछा किया। इंजन दो मैन्यूअल गेट्स को पार कर चुका था। जब इंजन की रफ्तार पटरी पर कम हुई तब लोको पायलट ने उस पर चढ़कर ब्रेक लगाए। स्टेशन मैनेजर पारिस ने बताया कि इंजन के इस प्रकार पटरी पर दौडऩे से कोई हादसा हो सकता था लेकिन सूझबूझ के साथ हादसे को टाल दिया गया। रेलवे प्रशासन ने इस मामले में हुई लापरवाही के जांच के आदेश दे दिए हैं।