- महासंघ ने प्रधानमंत्री से लगाई गुहार
- आर्थिक तंगी से जूझ रहे छोटे कर्मचारी एवं पेंशनर्स
लखनऊ। कोरोना के कारण सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बंद कर दिया है। जिससे लाखों कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। अब इन भत्तों को कर्मचारियों ने बहाल करने की मांग उठाई है।
मंगलवार को जवाहर भवन इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ ने महंगाई भत्तों के संबां में एक बैठक की। बैठक सतीश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई जिसमें कोरोना महामारी के चलते रुकी हुई महंगाई भत्ते की किस्त को बहाल करने पर चर्चा की गई।
महासंघ के महामंत्री सुशील कुमार बच्चा ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते जनवरी 2020 से महंगाई भत्ते की किस्त सरकार ने फ्रीज कर दिया है। लगभग डेढ़ वर्ष से महंगाई भत्ते की किस्त रुकी है जो गलत है। छोटे तबके के कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी हो रही है।
साथ ही राज्य कर्मचारियों के साथ तमाम निगम है जिन्हें चौथा, पांचवा वेतनमान ही मिलता है एवं पेंशनर्स को बहुत बड़ी आर्थिक परेशानी बढ़ गई है जिससे कर्मचारी आक्रोशित है।
महासंघ ने माननीय प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि डेढ़ वर्ष फ्रीज़ की गई महंगाई भत्ते की क़िस्त को बहाल किया जाए। महासंघ ने कहा कि महंगाई भत्तों के बंद होने से कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति खड़ी हो गई है। परिवार के पालन पोषण में मुश्किलें उठानी पड़ रहीं हैं।
बैठक में अमित शुक्ला, शफीक उर रहमान अंसारी, अमित खरे, डी.के. मिश्रा, राम कुमार धानुक, उमंग निगम, विजय श्रीवास्तव, आकिल सईद बबलू, सुजीत आर्य, जलीस खान एवं रघुराज सिंह आदि पदाधिकारी रहे शामिल।