नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने सरकार के उस फैसले पर आपत्ति जताई है जिसमें कहा गया है कि पुराने नोटों को बदलने के लिए उंगली पर अमिट स्याही का इस्तेमाल किया जाएगा। इस मामले पर चुनाव आयोग ने वित्त मंत्रालय को पत्र लिखा है।
चुनाव आयोग का कहना है कि आने वाले दिनों में कई राज्यों में चुनाव होने हैं। अगर लोगों की उंगली पर अभी स्याही लगेगी, तो चुनाव के वक्त समस्या खड़ी हो जाएगी। चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि स्याही केवल वोट देने वालों की पहचान के लिए है। बता दें कि नोट बदलने पर बैंकों में स्याही लगाई जा रही है।
क्यों लिया सरकार ने फैसला:-
दरअसल सरकार ने पुराने नोटों को बदलने के लिए केवल एक बार का ही नियम रखा था। बाकि सभी नोटों को अपने खातों में जमा कराने के लिए कहा गया था। लेकिन कई लोग बार-बार अपने पुराने नोट नए नोटों के साथ बदलवा रहे थे। ऐसे में कई लोगों के तो नोट एक बार भी नहीं बदल पाए। जिसके बाद सरकार ने अमिट स्याही लगाने का फैसला लिया है।
31 दिसंबर तक जमा कराएं नोट:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने का ऐलान किया था। इसके बाद लोगों को 31 दिसंबर तक पुराने नोट बदलने या अपने अकाउंट में जमा कराने का समय दिया गया था।