नई दिल्ली। रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई को लेकर बीजेपी सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट से इस मामले में यथा शीग्र सुनावाई की गुहार लगाते हुए एक याचिका दी थी। जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई कर कहा कि इस मामले की सुनवाई रोजाना कर बेंच यथा शीघ्र इस मामले का निस्तारण करे।
इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने इस मामले की सुनवाई कर साल 2010 में अपना फैसला सुनाया था। फैसले के अनुसार विवादित परिसर को तीन हिस्सों में बांटने की बात कही गई थी मौजूद रामलला को विराजमान क्षेत्र और बाकी बाबरी एक्शन कमेटी और निर्मोही अखाड़े को अन्य विवादित क्षेत्र के हिस्से दिए गये थे जिस पर मुस्लिम पक्षकारों ने असंतुष्टि व्यक्त की और सुप्रीम कोर्ट का रूख किया ।
यूं तो ये विवाद 60 सालों तक सिविल कोर्ट से हाईकोर्ट के चक्कर काटता रहा। इस मामले को दो अहम किरदारों की मौत भी हो गई एक अयोध्या के दिगम्बर अखाड़े के महान्त रामचन्द्र दास परमहंस तो दूसरे मुस्लिम पक्षकार हाशिम अंसारी की लेकिन विवाद हाईकोर्ट से निकल सुप्रीम कोर्ट में फाइलों के रूप में केवल सुनवाई के लिए चक्कर काट रहा है। अब इस मामले में सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट से दरखास्त की है कि इसकी शीघ्रता के साथ सुनवाई कर इस निपटाया जाये। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेशित करते हुए इसे शीघ्रता से निपटाने की बात कही है।