नई दिल्ली/अनंतनाग। घाटी के माहौल को देखते चुनाव आयोग ने 12 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव की तारीख को आगे बढ़ा दिया है। अब अगले महीने की 25 तारीख (25 मई) को अनंतनाग में चुनाव होगा। चुनाव की तारीख को आगे बढा़ते हुए आयोग ने कानून व्यवस्था अनुकूल ना होने का हवाला दिया है।
इलेक्शन कमीशन ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इस बात की जानकारी दी। इस अधिसूचना में कहा गया है कि राज्य प्रशासन को ऐसा लगता है चुनाव के दौरान किसी भी तरह की हिंसक घटना हो सकती है। जिसके चलते ये फैसला लिया गया। इसके साथ ही कमीशन ने कहा है कि ये चुनाव प्रक्रिया जून तक पूरी हो जाने की उम्मीद है। इतना लंबा समय इस बात को ध्यान में रखते हुए दिया गया है कि ताकि कुछ मतदान केंद्रों में दोबारा वोटिंग हो सके। बता दें कि अनंतनाग सीट महबूबा मुफ्ती के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद स्तीफा देने से खाली हुई है।
बता दें कि रविवार (9-4-2017) को श्रीनगर में लोकसभा उपचुनाव ने दौरान पुलिसबल और प्रदर्शनकारियों में झड़प के दौरान 8 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद अलगाववादियों ने दो दिन के बंद का ऐलान किया था। श्रीनगर में भारी हिंसा के बीच 7.14 फीसदी ही मतदान दर्ज किया गया। जिसमे जहां 8 लोगों ने अपनी जान गवा दी तो वहीं 150 सुरक्षाकर्मी, 12 चुनाव कर्मी और 36 आम नागरिकों घायल हो गए। इस घटना में मारे गए लोगों पर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शोक जताते हुए कहा कि मरने वाले लोगों में अधिकतर युवा थे।
बडगाम में हुई 200 झड़पें
जम्मू-कश्मीर में हुआ ये उपचुनाव काफी अहम था। जहां एक ओर इस चुनाव में सबसे कम फीसदी मतदान दर्ज किया गया तो वहीं सबसे ज्यादा झड़पें देखने को मिली। ये झड़पें ज्यादातर बड़गाम, श्रीनगर और गंदरबल में हुई। अगर बड़गाम की बात की जाएं तो यहां पर अकेले 200 झड़पे हुई और 70 फीसदी मतदान केंद्रों पर एक भी वोट नहीं डाला गया। हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने ना केवल मतदान केंद्रों पर तोड़फोड़ की बल्कि ईवीएम मशीन को भी भारी नुकसान पहुंचाया।