छत्रपति शिवाजी पर दिए गए एक बयान को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल और उत्तराखंड की राजनीति के दिग्गज नेता भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र की सियासत के निशाने पर हैं। भाजपा को छोड़ दें तो ऐसा कोई नेता नहीं जो भगत सिंह को खरी-खोटी नहीं सुना रहा हो।
ऐसे भगत सिंह कोश्यारी का समर्थन करने के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फणड़वीस की पत्नी अमृता फड़णवीस आई हैं। अमृता फडणवीस ने कहा है कि मैं राज्यपाल को व्यक्तिगत रूप से जानती हूं। उन्होंने महाराष्ट्र आने के बाद मराठी सीखी है। वो वास्तव में मराठी से प्यार करते हैं।
अमृता ने आगे कहा कि इस बात का अनुभव मैंने खुद किया है लेकिन कई बार ऐसा हुआ है कि उन्होंने कहा कुछ और उसका मतलब कुछ और निकल गया। ऐसा भी हुआ है कि वो कहना कुछ और चाहते थे और उसका व्याख्या अलग निकल गई। वो दिल से एक मराठी मानुष हैं।
उद्धव ने कोश्यारी को ये कहा
उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्यपाल को महाराष्ट्र में केंद्र सरकार ने अमेजन से पार्सल करके भेजा है। अगर वो इन्हें दो से पांच दिनों के अंदर महाराष्ट्र से वापस नहीं भेजते हैं तो बड़े प्रदर्शन के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़े तो इन्हें वृद्धाश्रम में डाल दो, हमें उनकी राज्य में जरूरत नहीं है।
ये कहा था भगत सिंह कोश्यारी ने?
भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था कि पहले जब आपसे पूछा जाता था कि आपके आइकॉन कौन हैं, तो जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी होते थे। अब महाराष्ट्र में आपको कहीं और देखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां पर बहुत सारे आइकॉन हैं। छत्रपति शिवाजी तो पुराने दिनों के आइकॉन हैं। अब बीआर अंबेडकर और नितिन गडकरी हैं।
तो वहीं कोश्यारी के इस बयान पर नितिन गडकरी ने बाद में कहा था कि शिवाजी महाराज हमारे भगवान हैं… हम अपने माता-पिता से भी ज्यादा उनका सम्मान करते हैं।