कोलंबो। श्रीलंका के हम्बनटोटा द्वीप को लेकर भारत और चीन के साथ हुए करार को श्रीलंका ने रद्द कर दिया है। श्रीलंका ने इस संधि को रद्द करते हुए हम्बनटोटा में एयरपोर्ट बनाने के लिए भारत को चुना है। इसके लिए श्रीलंका ने तैयारी भी शुरू कर दी है। श्रींलका के इस फैसले से चीन को तगड़ा झटका लगा है। श्रीलंका सरकार के इस फैसले को लेकर चीन ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि श्रीलंका की सरकार भारत के साथ मिलकर ऐसा कदम उठाएगी।
बता दें कि श्रीलंका के सिविल एविएशन मिनिस्टर निमल सीरीपाला ने बताया कि भारत ने श्रीलंका के दक्षिणी द्वीप एक एक एयरपोर्ट के निर्माण में रुचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का ये क्षेत्र कई मायनों में अलग और खास है। क्योंकि यहां से चीन की वन बेल्ट वन रोड़ गुजरती है।
आपको बता दें कि हम्बनटोटा श्रीलंका के दक्षिणी भाग में स्थित एक शहर है। वहां कि सरकार ने इस शहर के महत्व को देखते हुए इसका विकास करने का फैसला लिया है। इस शहर के विकास के लिए यहां नए बंदरगाह और एयरपोर्ट की दरकार है।
एयरपोर्ट के निर्माण के लिए श्रीलंका सरकार को निवेशक की तलाश थी। सीरीपाला ने बताया कि इसी दौरान भारत ने एक प्रपोजल पेश किया, जिसमें उसने हंबनटोटा में एयरपोर्ट निर्माण में रुचि दिखाई। उन्होंने बताया कि भारत सरकार श्रीलंका के साथ इस ज्वाइट वेंचर में काम करने के लिए तैयार है।