नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार गठन का रास्ता अभी भी साफ नहीं हो पाया है। बीजेपी और शिवसेना के बीच 50:50 फॉर्मूले पर तल्खी जारी है। हालांकि इस बीच खबर है कि आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने की मांग वाले पोस्टर हटाए जा रहे हैं। आपको बता दें कि बीजेपी-शिवसेना के बीच जारी रस्साकसी के बीच एक दिन पहले ही शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि मैं NCP प्रमुख शरद पवार को दिवाली की शुभकामनाएं देने आया था। इसके अलावा हमने महाराष्ट्र की राजनीति पर भी चर्चा की। इससे पहले एकनाथ शिंदे और आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना के सभी विधायकों ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की थी।
बता दें कि मुलाकात के बाद हालांकि आदित्य ठाकरे ने सरकार के गठन को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया। आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘हमने राज्यपाल से उन किसानों और मछुआरों को सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया, जिन्हें हाल ही में हुई बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वह खुद केंद्र से इस बारे में बात करेंगे। इसके अलावा सरकार गठन को लेकर जब आदित्य से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं सरकार के गठन के बारे में बात नहीं करूंगा। उद्धव जी ने जो कहा, उस पर जो भी कहना होगा, वह कहेंगे … उनका शब्द अंतिम है।
इससे पहले शिवसेना की मीटिंग में उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी संख्या बल अच्छी है और सीएम पद पर हमारा हक है और हमारी ज़िद भी। उन्होंने कहा कि सीएम का पद हमेशा एक के लिए कायम नहीं रहता। बालासाहेब ठाकरे ने जिसे जो वचन दिया उसने उसका पालन किया। हम सत्ता के भूखे नहीं हैं, लेकिन बीजेपी से जो बात हुई उसका पालन होना चाहिए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 145 है। बीजेपी के पास 105, शिवसेना के पास 56, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 सीटें हैं। बाकी 13 सीटों पर छोटी पार्टियां जीती हैं और 12 पर निर्दलीय।