दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के पुर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के द सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं। दरअसल आम आदमी पार्टी के नेताओं पर 20 से मानहानि के के मामले दर्ज हैं। जिसके चलते मामले खत्म करने के लिए केजरीवाल सभी संबंधित नेताओं से बात करेंगे।
केजरीवाल पर अरुण जेटली और नितिन गड़करी समेत कई नेताओं ने उनपर मुकदमे दर्ज किए हैं। जिसके चलतो उन्हें घंटों कोर्ट में बर्बाद करने पड़ रहे हैं। आप सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल को उम्मीद है कि उनके द्वारा जेटली पर दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख के तौर पर लगाए गए आरोपों के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा दायर किए गए मानहानि के मामले को ‘इसी तरह से हल करेंगे।
आपको बता दें कि केजरीवाल ने गुरुवार (15 मार्च) को मजीठिया से लिखित में मजीठिया से ड्रग्स के धंधे में लिप्त होने से जुड़े सभी बयान वापस ले लिए थे। सीएम ने इस बाबत उनसे माफी मांगते हुए चिट्ठी के जरिए कहा था, “मजीठिया के खिलाफ बीते दिनों मैंने कुछ आरोप लगाए थे। वे बयान राजनीतिक मुद्दा बनाए गए। अब मुझे पता लगा है कि वे सब आरोप बेबुनियाद हैं। ऐसे में इन मसलों पर राजनीति न हो।”
अप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘सीएम अरविंद केजरीवाल दर्जनों मामलों का सामना कर रहे हैं जिनमें मानहानि, चुनाव प्रचार के दौरान होर्डिंग/पोस्टर लगाना, धारा 144 का उल्लंघन, दिल्ली में प्रदर्शन जैसे मुद्दों को लेकर दायर किए गए हैं। ऐसे ही मामले देश के अन्य हिस्सों जैसे वाराणसी, अमेठी, पंजाब, असम, महाराष्ट्र, गोवा और अन्य जगहों पर भी दायर किए गए हैं। इनमें से ज्यादातर मामलों में व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में मौजूद रहने की आवश्यकता होती है। ये मामले हमारे राजनीतिक विरोधियों द्वारा हमें हतोत्साति करने और हमारे नेतृत्व को इन कानूनी मामलों में उलझाए रखने के लिए दर्ज कराए गए हैं। ऐसे सभी मामलों को आपसी सहमति से सुलझाने का निर्णय पार्टी की लीगल टीम के सलाह पर लिया गया है। दिल्ली में दायर मामलों को फास्ट ट्रैक पर रखा गया है जिसकी वजह से विधायकों और मंत्रियों को प्रतिदिन दिल्ली और अन्य राज्यों में अदालतों में उपस्थित रहना पड़ता है.पहले से ही संसाधन की कमी झेल रही पार्टी के लिए कोर्ट केस एक बोझ है।’
गौरतलब है कि पिछले साल हंजाब विधान सभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल ने प्रकाश सिंह बादल सरकार पर ड्रग माफिया और अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। उनका मुख्य निशाना तत्कालीन सरकार में राजस्व मंत्री मजीठीया पर था। तब मजीठिया ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के दो अन्य नेताओं संजय सिंह और आशीष खेतान के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दिया था।