भदोही: उत्तर प्रदेश में कई अजब-गजब घटनाएं होती रहती हैं, ऐसा ही मामला भदोही जिले में सामने आया। जहां स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। यहां कोरोना अभियान में एक मृत व्यक्ति की ड्यूटी लगा दी गई।
मृत डॉक्टर की लगाई ड्यूटी
पिछले वर्ष कोरोना का शिकार हुए डॉक्टर जेपी सिंह कि ड्यूटी स्वास्थ्य अधिकारियों ने लगा दी। मामला सामने आने के बाद यह चारों तरफ चर्चा का विषय बन गया। दरअसल रविवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना अभियान के लिए एक टीम का गठन हुआ था, इस टीम में शामिल लोगों की लिस्ट जारी की गई। इसे मीडिया के साथ भी साझा किया गया।
नाम, मोबाइल नंबर लिस्ट में किया दर्ज
भदोही के स्वास्थ्य विभाग ने ना सिर्फ मृत व्यक्ति का नाम लिस्ट में लिखा, बल्कि उसका नंबर और ड्यूटी में जिम्मेदारी भी निर्धारित कर दी। जबकि वह डॉक्टर पिछले वर्ष ही कोरोना संक्रमण के चलते मर चुका है। ऐसे कई मामले उत्तर प्रदेश में अक्सर दिखाई देते हैं, पिछले दिनों दिव्यांग का प्रमाण पत्र बनाने के लिए दिव्यांगजनों का कार्यालय दूसरी मंजिल पर स्थापित किया गया था। जिसके बाद विभाग की काफी किरकिरी हुई थी।
अधिकारियों ने बताया टाइपिंग मिस्टेक
मृत व्यक्ति की ड्यूटी लगाने की गलती पर अधिकारी पल्ला झाड़ते हुए नजर आए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लक्ष्मी सिंह से भी बात गई। उन्होंने बताया कि यह एक टाइपिंग मिस्टेक है। एक ओर पहले मर चुके एसीएमओ डॉ जेपी सिंह को टीम में शामिल किया गया। फिर उन्हें गंभीर मरीजों को वाराणसी के बीएचयू में भर्ती करवाने की जिम्मेदारी भी दी गई थी। यह पूरा मामला इन दिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।