देश कोरोना का कहर झेल रहा है. तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी संक्रमितों की संख्या बढ़ रही हैं. लेकिन अब तमिलनाडु और पुडुचेरी को एक और मुसीबत का सामना करना होगा. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है जो कि चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. ये तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार करेगा, इस तूफान का नाम ‘निवार’ रखा गया है. जो कि 25 नवंबर को काफी सक्रिय हो सकता है.
हिंद महासागर में भूमध्य रेखा और इससे सटे दक्षिणी-मध्य बंगाल की खाड़ी के पास बना दबाव का क्षेत्र इस समय डिप्रेशन की क्षमता में आ गया है और यह पश्चिमी तथा उत्तर पश्चिमी दिशा में भारत के पूर्वी तटों की तरफ बढ़ रहा है. इसके प्रभाव से समुद्री क्षेत्रों में हलचल बहुत ज्यादा बढ़ गई है. तटीय भागों पर हवाएं तेज हो गई हैं और घने बादल दिखाई देने लगे हैं. सोमवार, 30 नवंबर, 2020 को सुबह 5:30 बजे यह पुद्दुचेरी से 600 किलोमीटर दूर दक्षिण दक्षिण-पूर्व में था जबकि चेन्नई से इसकी दूरी 630 किलोमीटर दक्षिण दक्षिण-पूर्व में थी.
अगले 24 घंटों में डिप्रेशन तेज़ी से प्रभावी होते हुए चक्रवाती तूफान बन जाएगा. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2020 के बाद बंगाल की खाड़ी में उठने वाला यह पहला चक्रवाती तूफान है. इसे ‘निवार’ नाम ईरान द्वारा दिया गया है. एजुकेशन के चक्रवाती तूफान और उसके बाद भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की पूरी संभावना है क्योंकि बंगाल की खाड़ी में समुद्र और वायुमंडलीय स्थितियां इसकी अनुकूल हैं. समुद्र की सतह का तापमान 29 और 30 डिग्री के आसपास है और वर्टिकल विंड शीयर (वीडबल्यूएस) इस समय कमजोर है. वीडबल्यूएस इस समय 5 से 10 नॉट के बीच चल रही हैं. यह दोनों ही स्थितियां इसके भीषण चक्रवात बनने में मदद करेंगी.
चेतावनी जारी
बुधवार को चेन्नई में भारी बारिश पड़ सकती है. चक्रवाती तूफान निवार की वजह से मामल्लपुरम और कराईकल क्षेत्रों में भूस्खलन हो सकता है, जिसकी वजह से बुधवार दोपहर तक चेन्नई में भारी बारिश की संभावना है. एक रिपोर्ट के मुताबिक छह से दस सेंटीमीटर तक बारिश पड़ सकती है.
चक्रवाती तूफान निवार के तटों के पास से गुजरने पर मंगलवार को बारिश की भी संभावना है. वहीं तूफान के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा बचाव दल ने अपनी छह टीमों को कूड्डालोर और चिदंबरम शहर में भेज दिया है. भारतीय मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के बाद एनडीआरएफ ने अपनी छह टीमों को इन दो शहरों में तैनात कर दिया है. 25 नवंबर तक मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी दे दी गई है. निवार तूफान के तमिलनाडु की ओर बढ़ने से नागापट्टिनम जिला प्रशासन ने मछुआरों को अपनी नावों को सुरक्षित करने के निर्देश दिए हैं. नागापट्टिनम जिले में सभी विभाग अलर्ट पर हैं, सभी मछुआरों को किनारे पर जाने के निर्देश दे दिए गए हैं.