नई दिल्ली। हिजबुल आतंकी सब्जार अहमद भट के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी के हालात फिर बिगड़ रहे हैं। घाटी में हिंसा की 50 से ज्यादा वारदाते हो गई हैं। इन वारदातों में 1 आम नागरिक की मौत हुई है तो वहीं 60 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। श्रीनगर में एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही घाटी में कई जहां पर धारा 144 लागू कर दी गई है। सूबे के स्कूल कॉलेज अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिये गये हैं। ट्रेन सेवा को रोक दिया है। इसके साथ ही इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई हैं।
सेना के साथ हुए एनकाउंटर में हिजुबल के कमांडर आतंकी सब्जार अहमद भट के मारे जाने के बाद घाटी में लोगों ने सेना पर पत्थर बाजी शुरू कर दी। जिसके बाद सेना ने हालात को काबू में करने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। सेना ने श्रीनगर के खानयार, करालखुद, महाराज गंज, मैसुमा, नौहट्टा, रेनवाड़ी और सफाकदल में कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिससे प्राइवेट और सरकारी प्रॉपर्टीज को कोई नुकसान ना पहुंचा सके।
जम्मू कश्मीर ने सेना और आंतकियों के बीच हुए 2 एनकाउंटर में सेना ने तकरीबन 10 आंतकियों को मार गिराया था। ये ऑपरेशन सेना ने दो जगह पर किया पहला तो रामपुर सेक्टर तो दूसरा त्राल में हुआ था। इन्ही आंतकियों में सब्जार भी शामिल था। जो कि बानी के मारे जाने के बाद घाटी में हिजबुल के कमांडर के तौर पर काम कर रहा था।
बुरहान के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा का लम्बा दौर चला था। इसमें तकरीबन 90 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इसके साथ ही 10 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसी के चलते इस बार सुरक्षा के लिहाज से यातायात के साथ स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।