करीबी 6 महीनों से कोरोना वायरस पूरी दुनिया पर मौत रसा रहा है। लाख कोशिशों के बाद भी कोरोना की दवाई नहीं बन सकी है। लेकिन दवाई बनाने का दावा कई देश कर रहे हैं।
इन दावों के बीच ही अमेरिका के एक युवक ने कोरोना की वैक्सीन अपनी शरीर पर लगवाई। जिसका असर युवक पर इतना भयंकर हुआ कि, वह बेहोश हो गया।
वॉशिंगटन के रहने वाले 29 साल के युवक इआन हेडन ने कोरोना वैक्सीन लगवाई थी. हेल्थ न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए इआन ने बताया कि वे बेहोश हो गए थे।
हालांकि, खुद पर बुरा असर होने के बावजूद इआन ने कहा कि वे चाहते हैं कि जब वैक्सीन उपलब्ध हो तो लोग लगवाएं।
इआन ने कहा कि वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के करीब 12 घंटे बाद उन्हें 103 फारेनहाइट बुखार हो गया था।
तबीयत बिगड़ने पर इआन को इमरजेंसी क्लिनिक में इलाज किया गया, लेकिन जब वे वापस घर लौटे तो बेहोश हो गए।
हालांकि, 24 घंटे के भीतर उनकी तबीयत में सुधार देखने को मिला।इआन ने कहा कि वे समझते हैं कि कुछ लोगों को उनके बारे में जानकर डर लगेगा।
लेकिन उम्मीद है कि आमतौर पर किसी वैक्सीन को लेकर या फिर खासतौर से मॉडर्ना की वैक्सीन को लेकर लोग विरोध नहीं करेंगे।
आपको बता दें,हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना वायरस से कम्युनिटी में इम्युनिटी हासिल करने के लिए कम से कम 70 फीसदी लोगों को इम्यून करने की जरूरत होगी।
वहीं, इआन हेडन ने कहा कि जब उन्हें मॉडर्ना वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई तो हाथों में कुछ दर्द हुआ और हाथ कंधे से ऊपर उठाने में भी उन्हें दिक्कत हुई।
आपको बता दें,हाल ही में मॉडर्ना कंपनी ने कहा था कि शुरुआत में जिन आठ लोगों को ट्रायल के दौरान वैक्सीन की खुराक दी गई थी उसका नतीजा सकारात्मक आया। अमेरिका की यह पहली वैक्सीन है जिसका टेस्ट लोगों पर किया गया।
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जिसका अभी तक तो असर सकारात्मक देखने को मिल रहा है। आने वाले समय में ये कोरोना पर कितनी असर करती है ये देखना बेहद दिलचस्प होगा। क्योंकि कोरोना से पूरी दुनिया ही परेशान है और सभी कोल कोरोना की दवाई का इंतजार है।