- भारत खबर || नई दिल्ली
कोरोना इंफेक्शन Corona Infection का खतरा विश्व भर में बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना पूरे विश्व में अपनी मजबूत पकड़ बना चुका है। इसकी चपेट में आकर पूरे विश्व में कई लाख लोग इस रोग से ग्रसित हो चुके हैं। मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। बताते चलें कि भारत में भी करोना अपनी मजबूत पकड़ बना चुका है। दिन-प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। इस संक्रमण से ग्रसित होकर मरने वालों का आंकड़ा भी लगभग सवा लाख तक पहुँच चुका है।
बताते चलें कि अन्य शोध संस्थानों द्वारा Corona Infection का इलाज खोजने की का दावा किया जा चुका है। लेकिन अभी वह इस महामारी के एंटी डॉट प्रसारित करने में सक्षम नहीं है। उनका कहना है कि अभी इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही यह एंटी डॉट प्रसारित किया जाएगा। गौरतलब हो कि कोरोना की संख्या कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
इसी के साथ साथ बताते चलें कि भारत दुनिया के उन 3 देशों में शामिल हो गया है, जहाँ पर Corona Infection से संक्रमित होने वाले लोगों की मौत का आंकड़ा सवा लाख तक पहुंच चुका है। बताते चलें कि भारत में कोरोना संक्रमण से मौत 12 मार्च 2020 को हुई थी। उसके बाद कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा होता गया। और मरने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी होती गई।
इस महामारी की चपेट में आकर अब भारत में कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या चरम सीमा पर है। दिन-प्रतिदिन भारी तादात में कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो रही है। बताते चलें कि भारत में कोरोना संक्रमित लोगों का अधिक मात्रा में उपचार भी किया जा चुका है। जो इस समय पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
मौत का आंकड़ा एक लाख के पार
सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि भारत में दिन शुक्रवार से लेकर अब तक लगभग 1050 कोरोना संक्रमित Corona Infection मरीजों की मौत हो चुकी है। डीपीके साथ-साथ कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1,00,768 हो गई है।
बताते चलें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कोरोना संक्रमण से अब तक लगभग 99,773 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 63.93 लाख लोग संक्रमित हुए हैं। अभी तक 53.22 लाख से अधिक मरीज ठीक भी हो चुके हैं। वैश्विक महामारी को देखते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने गुरुवार को लगभग 10.97 लाख कोरोना टेस्ट किए गए है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में अब तक अधिकांश मात्रा में संक्रमित लोग ठीक भी हो चुके हैं। शोध संस्थानों के द्वारा इसकी वैक्सीन की खोज की जा रही है। व्यक्ति की जांच के बाद ही उसे मरीजों के उपचार के लिए प्रयोग किया जाएगा।