नई दिल्लीः लोकसभा में विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को चर्चा और मतविभाजन से एक दिन पहले आज कांग्रेस संसदीय दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें विपक्ष के सभी दलों को साथ लेने और विभिन्न मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनाए जाने की उम्मीद है।
20 जुलाई को होगा मतविभाजन
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने स्वीकार किया और कहा कि 20 जुलाई को प्रस्ताव पर चर्चा और मतविभाजन होगा। वैसे, सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि अविश्वास प्रताव पर 23 जुलाई (सोमवार) को चर्चा और मतविभाजन कराया जाए क्योंकि शुक्रवार को शायद बहुत सारे सदस्य मौजूद नहीं रहें।
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सरकार को घेरने की रणनीति
वहीं इस पर सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह फैसला कर चुकी हैं और अभी इस पर बात नहीं होगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पार्टी की तरफ से बोलेंगे तो उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से कौन बोलेगा इस बारे में संसदीय दल की बैठक में चर्च होगी। सूत्रों का कहना है कि बैठक में विपक्षी दलों को साथ लेने और विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा होगी।