नई दिल्ली। कर्नाटक में चुनाव जोरों पर हैं और बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने अपने मुद्दों के चलते जनता को अपनी ओर करने की कोशिश कर रही हैं। बता दे कि इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कर्नाटक में लिंगायत मुद्दें को लेकर अपनी बात रखी हैं। जिसमें वडक्कन ने कहा हैं कि कर्नाटक में लिंगायत समुदाय को धार्मिक समूह बनाए जाने की मंजूरी बीजेपी के लिए चुनावी मुद्दा हो सकता है, कांग्रेस के लिए नहीं वडक्कन ने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ लोगों की मांग को सम्मान दिया है बता दे कि टॉम वडक्कन ने केंद्र सरकार पर दलितों को प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया हैं।
‘लिंगायत मसले पर फैसला’
लिंगायत विषय पर टॉम वडक्कन ने कहा, ‘इतिहास गवाह है कि यह जब कर्नाटक का गठन हुआ था, तभी से लिंगायत समर्थन का मुद्दा चला आ रहा है और इस पर लोगों की संवेदनाएं बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस ने लोगों की मांग मानते हुए लिंगायत समुदाय को अलग धार्मिक समूह बनाए जाने की मंजूरी दी है। अब फैसला केंद्र को करना है। महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाके भी इस मुद्दे से जुड़े हैं।
वडक्कन के मुताबिक इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। इसका संबंध जनता की मांग से था, जिसे पूरा होना था। बीजेपी की तरह नहीं, जो वादे करती है, लेकिन उन वादों को कभी पूरी नहीं करती। लिगायत को अगड़ी जाति में चुना जाता हैं। जो कर्नाटक में 17फीसदी हैं और इस बार इसका मुद्दा काफी चलने वाला हैं।
कौन होते हैं लिंगायत
लिंगायत उन लोगों को कहते हैं जो मूर्ति पूजा नहीं करते हैं जो कर्म में विश्वास रखते हैं। बता दे कि मुख्य तौर पर कर्नाटक 17 से 18फीसदी जनसख्या लिंगायत की हैं।