कर्नाटक में राजधानी बेंगलुरु की जयनगर विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई है। वोटों की गिनता में 16राउंड तक कांग्रेस को 54457,बीजेपी को 51568 वोट मिले थे। और वोटों की गिनती पूरी होने पर कांग्रेस ने सीट पर जीतदर्ज की। कांग्रेस को शुरुआत में ही बढ़त मिलने लगी थी। इसके बाद ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया था। आपको बता दें कि जयनगर सीट पर 11 जून को मतदान हुआ और चुनाव आयोग के मुताबिक, जयनगर के कुल 216 पोलिंग बूथों पर 55 फीसद मतदान हुआ।
मौजूदा विधायक का मतदान से पहले स्वर्गवास हो ने के कारण चुनाव रद्द हुआ था
गौरतलब है। कि जयनगर सीट से बीजेपी के नेता और मौजूदा विधायक बीएन विजय कुमार जो इस सीट से चुनाव लड़ रहे थे, मतदान से कुछ दिन पहले स्वर्गवास हो गया। इसकी वजह से चुनाव आयोग ने मतदान रद्द कर दिया था। इसी बीच कर्नाटक में एमएलसी चुनाव का नतीजे भी आ गए इसमें बीजेपी को 3, जेडीएस को 2 और कांग्रेस को 1 सीट प्राप्त हुई थी।
Congress workers celebrate outside counting centre in Bengaluru after party candidate Sowmya Reddy leads over BJP’s BN Prahlad in Jayanagar assembly constituency. #Karnataka pic.twitter.com/OZWSTn1rUN
— ANI (@ANI) June 13, 2018
सौम्य के पक्ष में जेडीएस ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा किया था।
जयनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने सिद्धारमैया सरकार में गृह मंत्री रहे रामालिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी को टिकट दिया था। सौम्य के पक्ष में जेडीएस ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा किया था। और बीजेपी ने अपने स्वर्गीय विधायक बीएन विजयकुमार के भाई बी.एन प्रहलाद चुनाव में उतारा था। जयनगर सीट से 19 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे।लेकिन इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला टक्कर देने वाला था। चुनाव से ठीक पहले 4 मई को बीजेपी उम्मीदवार बीएन विजय कुमार की चुनाव प्रचार के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में कुछ घंटों तक डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। लेकिन उन्हें बचाया न जा सका।
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सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्यपाल से मिले न्योते के बाद भाजपा ने सरकार बनाई थी
आपको बता दें कि 12 मई के विधानसभा चुनाव के त्रिशंकु नतीजे आने के बाद जेडीएस,कांग्रेस के गठबंधन किया।आपको बता दें कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्यपाल से मिले न्योते के बाद भाजपा ने सरकार बनाई थी, लेकिन विश्वास मत का सामना किए बगैर ही 19 मई को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद एच डी कुमारस्वामी ने कर्नाटक के सीएम की शपथ 23 मई को ग्रहण की।