नई दिल्ली। देश के पहले व्यक्ति की पदवी किसकी होगी इसकी चर्चाएं जोरों पर है ऐसे में कई नामों का सामने आना लाजमी है। कुछ दिन पहले जहां महामहिम की कुर्सी के लिए लाल कृष्ण आडवाणी की नाम सामने आया था तो अब वहीं बीते कुछ दिनों से मोहन भागवत के नाम की सुगबुगाहट जारी है। हालांकि आरएसएस प्रमुख ने साफतौर पर कह दिया है वो प्रस्ताव के आते ही उसे ठुकरा देंगे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का ये बयान एक संबोधन के दौरान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि मीडिया में जो चल रहा है हो कभी नहीं होगा, हम संघ में काम करते हैं और हमें वहां जाना नहीं है। वहीं ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि अगले राष्ट्रपति के चुनाव के चलते बैठकों का दौर जारी है जिसके चलते पीएम मोदी सहयोगी पार्टियों के नेताओं को डिनर पर चर्चा पर बुलाया था। बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म होने वाला है जिसके चलते इस पद पर कौन काबिज होगा इसकी कवायद सरकार ने तेज कर दी है।
मोहन भागवत के नाम की सुगबुगाहट शिवसेना की ओर से आई मांग पर थी। कुछ दिन पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक बयान में कहा था कि ये देश का सबसे ऊंचा मुकाम है इसके लिए एक साफ छवि के शख्स को ही चुना जाना चाहिए मैंने सुना है उम्मीदवारों के नाम की चर्चा हो रही है उसमें मोहन भागवत का नाम भी शामिल है।