नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सत्ता पर मुख्यमंत्री के तौर पर काबिज हुए गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ ने उप राष्ट्रपति के चुनाव के बाद अपनी संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया है। सीएम योगी गोरखपुर संसदीय क्षेत्र 5 बार से सांसद रहे हैं। उन्होने अपना इस्तीफा लोकसभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन को सौंप दिया है। माना जा रहा है कि सीएम योगी जल्द ही विधान परिषद की सदस्या ले सकते हैं। उम्मीद लगाई जा रही है कि सीएम योगी गोरखपुर या अयोध्या से चुनाव भी लड़ सकते हैं।
लेकिन हाल में विधान परिषद से बसपा से 1 और सपा से 3 सदस्यों ने इस्तीफा दिया है। जिसके बाद विधान परिषद में स्थान रिक्त हुआ है। अब भाजपा इन रिक्त स्थानों को भरेगी। भाजपा के पास इस वक्त उनके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी इसी कतार में खड़े हैं। इन रिक्त स्थानों को ये तीनों लोग भर सकते हैं। क्योंकि दिनेश शर्मा लखनऊ के मेयर थे विधान सभा चुनाव में वो किसी भी क्षेत्र से प्रत्याशी नहीं रहे थे।
इसके साथ ही केशव मौर्य फूलपुर संसदीय सीट से सांसद थे। उन्हें विधान सभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में भाजपा की कमान सौंपी गई थी। जिसके बाद से पूरे चुनाव की रणनीति से लेकर टिकटों का बंटवारा केशव मौर्य के हाथ में ही रहा है। केन्द्रीय संसदीय बोर्ड ने केशव मौर्य को बतौर उपमुख्यमंत्री के पद पर नवाजा है। लेकिन वो भी विधान सभा या विधान परिषद के सदस्य नहीं हैं। ऐसे में उनको भी विधान परिषद का सदस्य चुना जायेगा।