महिला हेल्पलाइन से होगा बड़ा बदलाव
इसके पहले महिला हेल्पलाइन केवल 11 जिलों में काम कर रही थी। अब इस योजना के लॉन्च होने के बाद ये 75 जिलों में काम करेगी। इस योजना के अन्तगर्त आने वाली वैन अब तक केवल 6 सीटर ही थी । लेकिन नये स्वरूप में इसे 30 सीटर बनाया गया है। इस बारे में रीता जोशी ने कहा कि सूबे में लिंगानुपात को लेकर बड़ी विषमताएं थीं, इसके साथ ही महिला सुरक्षा को लेकर सूबे की सरकार की पहली प्राथमिकता भी थी।
लिहाजा जब हम सत्ता में आये तो पहला काम इसी दिशा में किया गया था। पहले लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंसेज कुछ ही प्राइवेट अस्पतालों में थी लेकिन बीते दिनों में ये सूबे के हर जिले में तकरीबन 2-2 आ चुकी हैं। हमारी सरकार में सभी जिलों में इस दिशा में काम किया गया है। हमने बिना भेदभाव के हर जिलों में इस सेवा को प्राथमिक स्तर पर शुरू किया है।
महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर कसेगी नकेल
महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम और वक्त पर उनकी मदद के लिए प्रदेश सरकार की अब तक 11 जिलों में सुविधाएं थी। लेकिन लगातार महिला उत्पीडन को लेकर सूबे की सरकार ने महिला रेस्क्यू हेल्पलाइन वैन और इस सेवा के कॉल सेंटर की शुरूआत की है। जो कि 24 घंटे सेवा देने में तत्पर रहेगा। इसके साथ ही लॉन्च की गई मुखबिर योजना के तहत जो भी भ्रूण हत्या के बारे में सूचना देगा उसे सरकार की तरफ से 10 हजार से लेकर 2 लाख रूपये तक इनाम दिया जायेगा।