छत्तीसगढ़ में कल मंगलवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में भारी मतदान हुआ।बता दें कि इस चरण में आठ जिलों के 18 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले गए। शाम पांच बजे तक 70 प्रतिशत मतदान का रिकॉर्ड दर्ज किया गया। निर्वाचन उपायुक्त उमेश सिन्हा ने नई दिल्ली में बताया कि 2013 के विधानसभा चुनाव में 75 दशमलव छह प्रतिशत मतदान हुआ था।
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खास बात है कि छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्वक रहा।मालूम हो कि इस चरण में एक सौ नब्बे उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।मिली जानकारी के मुताबिक स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्वक मतदान के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए।छत्तीसगढ़ एक नक्सल प्रभावित राज्य है इसीलिए शांति पूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के चाक चौबंध इंतजाम किए गए थे।
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गौरतलब है कि सबसे अधिक 72 मतदान खुज्जी में हुआ। वहीं अगर सबसे कम मतदान की बात करें तो 33 प्रतिशत बीजापुर विधानसभा क्षेत्र में दर्ज किया गया। माओवाद से प्रभावित ऐसे दस विधानसभा क्षेत्र जहां मतदान दोपहर 3 बजे तक चला। वहां 52 प्रतिशत औसत मतदाता हुआ। जबकि बाकी 8 क्षेत्रों में जहां शाम पांच बजे तक वोट डाले गए वहां मतदान प्रतिशत लगभग 70 रहा।
चुनाव में 100 वर्ष से अधिक उम्र की दो महिलाओं ने मतदान किया
कोंटा क्षेत्र के दोर्नापाल पोलिंग बूथ में एक दिलचस्प तथ्य सामने आया जिसमें 100 वर्ष से अधिक उम्र की दो महिलाओं ने मतदान किया। सुकमा जिले के पालांबुडा और दंतेवाड़ा के मुलर तथा निलवाया तीन ऐसे मतदान केंद्र हैं जहां लगभग 15 वर्षों के बाद लोगों ने वोट डाले हैं। कुछ स्थानों पर हाल ही में आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों ने भी मतदान में भाग लिया। बता दें कि दूसरे और अंतिम चरण में विधानसभा की शेष 72 सीटों के चुनाव के लिए इसी महीने की 20 तारीख को मतदान होगा।